हांगकांग एयरपोर्ट पर जमे प्रदर्शनकारी, बौखलाए चीन ने तैनात की बख्तरबंद गाड़ियां

 
नई दिल्ली     

दुनिया के सबसे बड़े शहरों में से एक हांगकांग में लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शन ने अब हिंसक रूप ले लिया है. हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने एयरपोर्ट का घेराव किया हुआ है, जिससे पिछले दो दिनों से कई फ्लाइट पर असर पड़ा है. इस प्रदर्शन से चीन सरकार की दिक्कतें बढ़ी हुई हैं, चीन की सरकार की तरफ से हांगकांग प्रशासन से सख्त कार्रवाई करने को कहा है और शहर के बॉर्डर पर बख्तरबंद गाड़ियां तैनात कर दी हैं. दूसरी ओर अब अमेरिका, भारत समेत अन्य कई देशों ने भी इस मसले पर प्रतिक्रिया दी है और एडवाइज़री जारी की है.

मंगलवार को हांगकांग में क्या हुआ?

दुनिया के सबसे व्यस्ततम एयरपोर्ट में शामिल हांगकांग एयरपोर्ट पर मंगलवार को भी सन्नाटा रहा. ये सन्नाटा सिर्फ विमानों को लेकर था, क्योंकि एयरपोर्ट के बाहर हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी सरकार के खिलाफ हल्ला बोल रहे थे, जिसकी वजह से एयरपोर्ट से विमान नहीं उड़ पाया.

साथ ही प्रदर्शनकारी किसी भी यात्री को ना आने दे रहे थे और ना ही बाहर जाने दे रहे थे. इस एयरपोर्ट से करीब 2 लाख यात्री रोजाना सफर करते हैं, लेकिन इस प्रदर्शन की वजह से अभी तक 300 फ्लाइट रद्द करनी पड़ी हैं.

चीन की अंतिम चेतावनी!

हांगकांग में लगातार हिंसक होते प्रदर्शन और उसकी वजह से आम लोगों और प्रशासन को हो रही परेशानी से चीन की सरकार की चिंता बढ़ गई हैं. चीन ने इन प्रदर्शनकारियों को गुंडा करार दिया है और साथ ही उनके इस प्रदर्शन की तुलना आतंकवाद फैलाने से कर दी है.

इतना ही नहीं, चीन ने हांगकांग के प्रशासन को तुरंत इस प्रदर्शन को खत्म करवाने को कहा है. चीन ने सैन्यबल का इस्तेमाल करने की धमकी दी है. इतना ही नहीं चीन ने हांगकांग के बाहर बख्तरबंद गाड़ियों की तैनाती भी शुरू कर दी है.   

अमेरिका और भारत भी सतर्क

हिंसक होते इस प्रदर्शन की वजह से दुनिया के अन्य देश भी सतर्क हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर कहा है कि उनकी इंटेलिजेंस रिपोर्ट है कि चीन हांगकांग बॉर्डर के पास सेना की तैनाती कर सकता है, ताकि प्रदर्शनकारियों पर एक्शन लिया जा सके. दूसरी ओर भारत ने भी अपने नागरिकों के लिए एडवाइज़री जारी कर दी है. भारत की ओर से कहा गया है कि यात्री किसी भी तरह की परेशानी से बचने के लिए दूसरे मार्ग को चुनें.

 क्यों प्रदर्शन कर रहे हैं लोग?

हांगकांग में लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शन पिछले करीब 10 हफ्तों से चल रहा है. दक्षिण चीन के इस हिस्से में ये प्रदर्शन प्रत्यर्पण बिल आने के बाद तेज हुआ है, हांगकांग में बड़ी संख्या में लोग इसका विरोध कर रहे हैं. इस बिल के अनुसार, अगर कोई भी व्यक्ति चीन में अपराध करता है और बाद में हांगकांग आ जाता है, तो उसे पूछताछ के लिए वापस चीन ले जाया जा सकता है. हांगकांग साल 1997 में ब्रिटेन से चीन के कब्जे में आ गया था.

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