हल्के लक्षण वाले उत्तर प्रदेश में 72% कोरोना पॉजिटिव मरीज

 लखनऊ
उत्तर प्रदेश में अब करीब 72 फीसदी कोरोना के मामले हल्के लक्षण वाले आ रहे हैं लेकिन प्रदेश सरकार की नीति के तहत सभी मरीजों को सरकारी व निजी अस्पतालों में आइसोलेशन बेड पर भर्ती किया जा रहा है। प्रदेश में 30 हजार प्रतिदिन तक टेस्टिंग बढ़ाने के मुख्यमंत्री के निर्देश पर लगातार काम हो रहा है। यूपी के सात जिलों के जिला अस्पतालों में अगले सप्ताह से कोरोना वायरस की जांच के लिए बीएसएल-टू-लैब की सुविधा शुरू हो जाएगी। लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल सहित मुरादाबाद, बरेली, अलीगढ़, वाराणसी, बस्ती, गोंडा में यह लैब स्थापित की जा रही हैं।

यह जानकारी बुधवार को परिवार कल्याण व कार्यवाहक स्वास्थ्य विभाग की महानिदेशक डॉ. मिथिलेश चतुर्वेदी ने वेबिनार के जरिये मीडिया को दी। यह वेबिनार यूनीसेफ ने आयोजित कराया था। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पहले टेस्टिंग की कोई सुविधा नहीं थी। इस समय प्रदेश में आरटीपीसीआर टेस्ट लैब और 75 जिलों में ट्रूनेट के माध्यम से 26 हजार से अधिक नमूने जांच करने की क्षमता हो गई है।

संचारी रोग के संयुक्त निदेशक डॉ. विकासेंदु अग्रवाल ने बताया कि मेरठ मंडल में लगभग 58 हजार टीमें घर-घर जाएंगी। इसमें एक लाख स्वास्थ्य कर्मियों को लगाया गया है। वह खांसी, बुखार, सांस फूलने की शिकायत वाले रोगियों के बारे में जानकारी लेंगी। साथ ही साथ कोमॉरबिडटी वाले मरीजों जिन्हें डायबिटीज, हाइपरटेंशन, किडनी की बीमारी, हृदय रोग, कैंसर के कारण कीमोथेरेपी कराने वाले मरीजों का डाटा भी इकठ्ठा किया जाएगा।

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