हर्ड इम्युनिटी वैक्सीन से पहले कोरोना वायरस महामारी को खत्म कर सकती है
नई दिल्ली
कोरोना का टीका तैयार होने में और सब तक पहुंचने में लंबा वक्त लगेगा। लेकिन एक शोध में दावा किया गया है कि 20 फीसदी लोगों के संक्रमित होने के बाद हर्ड इम्युनिटी पैदा होने से कोरोना महामारी खत्म होने लगेगी।
वैज्ञानिकों के दावों में कितना दम है, यह मैड्रिड के आंकड़ों से साफ हो जाएगा जहां 20 फीसदी लोग संक्रमित हो चुके हैं। मैड्रिड के आंकड़े जुटाए जा रहे हैं। नेचर जर्नल में प्रकाशित एक शोध में कहा गया है कि आमतौर पर 60 फीसदी आबादी के संक्रमित होने के बाद हर्ड इम्युनिटी पैदा होती है।
इससे वायरस का असर कमजोर पड़ने लगता है। हाल ही में साइंस जर्नल में प्रकाशित एक शोध में वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि कोरोना के मामले में 43 फीसदी लोगों के संक्रमित होने से हर्ड इम्युनिटी हासिल की जा सकती है। वैज्ञानिक समुदाय में इस दावे पर बहस चल रही थी कि 10 बड़े शोधकर्ताओं का एक नया शोध मैड रैक्सिव में प्रकाशित हुआ है जिसमें दावा किया गया है हर्ड इम्युनिटी हासिल करने के लिए 20 फीसदी लोगों का संक्रमित होना ही काफी है। इस शोध में यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ हूएसए, यूएस की ही वर्जिनिया यूनिवर्सिटी, ब्रिटेन की एडीएनबर्ड यूनिवर्सिटी आदि शामिल हैं।
यूनिवर्सिटी ऑफ स्टर्थस्लाइडे, स्कॉटलैंड की शोधकर्ता गबराइला गोम्स के अनुसार वायरस के प्रसार में जैविक और व्यवहारिक अंतर भी प्रभाव डालते हैं। इसलिए 20 फीसदी लोगों के संक्रमित होने से इम्युनिटी हासिल हो सकती है। हो सकता है कि विश्व के कई देश पहले इस आंकड़े को हासिल करने के करीब पहुंच गए हों और लोगों में हर्ड इम्युनिटी पैदा हो रही हो।
स्कॉटलैंड की शोधकर्ता गबराइला गोम्स ने कहा कि वे अपने शोध को आगे बढ़ा रही हैं और मैड्रिड शहर के अलावा बेल्जियम, स्पेन, पुर्तगाल, ब्रिटेन की स्थिति का आकलन कर रहे हैं। बता दें कि हर्ड इम्युनिटी वायरस के संक्रमण के ठीक होने के साथ आस्थ टीकाकरण से भी आती है। यदि यह दावा सही हुआ तो 20 फीसदी लोगों का टीकाकरण करने से पहले भी वायरस के खतरे को टाला जा सकता है।