हमीदिया अस्पताल: किडनी ट्रांसप्लांट सेंटर के लिए सरकारी सिस्टम बना सबसे बड़ी रूकावट

भोपाल
प्रदेश के पहले सरकारी किडनी ट्रांसप्लांट सेंटर के लिए सरकारी सिस्टम ही सबसे बड़ा रोडा बन रहा है। किडनी ट्रांसप्लांट से पहले महत्वपूर्ण जांच के लिए निजी सेंटर्स से अनुबंध की लंबी और जटिल प्रक्रिया के चलते हमीदिया अस्पताल के किडनी ट्रांसप्लांट सेंटर को सरकारी मान्यता नहीं मिल पा रही। दरअसल ट्रांस्प्लांट से पहले डोनर और लेने वाले व्यक्ति की दो महत्वपूर्ण जांच (डीएनए टेस्टिंग और क्रॉस मैचिंग) होती है। प्रदेश में इन जांचों की सुविधा नहीं है लिहाजा इन जांचों के लिए निजी सेंटर्स से अनुबंध करना होगा। जब तक इन जाचों की व्यवस्था नहीं होती सरकार से मान्यता नहीं मिलेगी।

पिछले महीने अंगदान दिवस (13 अगस्त) पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विजय लक्ष्मी साधौ ने प्रदेश के पहले सरकारी किडनी ट्रांसप्लांट सेंटर की औपचारिक शुरूआत की थी। तब उन्होंने दावा किया था कि सितंबर तक किडनी ट्रांसप्लांट शुरू हो जाएगा।

ट्रांसप्लांट से पहले दो टेस्ट होते हैं। डोनर और रेसिपिएंट के बीच रिलेशन को स्टेबलिश करने के लिए डीएनए मैचिंग किया जाता है। इस टेस्ट में सात से आठ घंटे लगते हैं, इसके लिए सैंपल को फ्लाइट से निजी सेंटर भेजा जाता है। वहीं दूसरा टेस्ट किडनी क्रॉस मैचिंग है। यह टेस्ट ब्लड ग्रुप मिलान जैसा ही होता है। इनकी रिपोर्ट के आधार पर ही ट्रांसप्लांट किया जाता है। बाजार में दोनों टेस्ट 40 से 50  हजार रुपए के होते हैं।

निजी अस्पताल तो इस टेस्ट की कीमत पैकेज में जोड़कर मरीज से वसूल लेते हैं, और वे तत्काल इसे करा लेते हैं। लेकिन सरकारी अस्पतालों में इसके लिए निजी अस्पताल से अनुबंध करना होगा। इसके लिए टेंडर जारी कर अनुबंध किया जाएगा। इस प्रक्रिया में डेढ़ से दो महीेने का समय लगता है। दूसरी समस्या यह है कि हमीदिया अस्पताल द्वारा जारी निविदा में तीन से कम सेंटर्स आएंगे तो पूरी प्रक्रिया दोबारा करनी पड़ेगी जिसमें और समय लगेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार को टेंडर जैसी प्रक्रिया का और सरल बनाना चाहए जिससे महत्वपूर्ण काम में बेवजह देरी ना हो।

हमीदिया अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि एम्स दिल्ली में ट्रांसप्लांट का खर्च करीब पांच लाख रुपए है। हालांकि यहां ट्रांसप्लांट का खर्च आयुष्मान योजना में स्वीकृत राशि के आसपास ही होगा। अनुमान लगाया जा रहा है कि हमीदिया अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट पर करीब साढ़े चार लाख रुपए के आसपास खर्च होगा। निजी अस्पताल में यह खर्च 6  से आठ लाख रुपए आता है।

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