हमारा राहत पैकेज दूसरे देशों की तर्ज पर: निर्मला

नई दिल्ली
आत्मनिर्भर भारत पैकेज को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इस पैकेज की घोषणा करने से पहले हमने दूसरे देशों द्वारा उठाए गए कदमों की समीक्षा की। हमने यह जानने की कोशिश की कि कोरोना संकट से अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए उनकी तरफ से क्या-क्या कदम उठाए गए हैं। दूसरे देशों की घोषणा का बारिकी से अध्ययन करने के बाद आत्मनिर्भर भारत पैकेज को तैयार किया गया है।

फिस्कल और मॉनिटरी दोनों राहत दिए गए
उन्होंने कहा कि दूसरे देशों के आर्थिक पैकेज में भी फिस्कल स्टिमुलस, मॉनिटरी स्टिमुलस, गारंटी, सेंट्रल लिक्विडिटी जैसी चीजें शामिल हैं। हमने भी अपने पैकेज में इन चीजों को शामिल किया है।

टेक्नॉलजी का बहुत फायदा मिला
निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत को टेक्नॉलजी का बहुत फायदा मिला है। टेक्नॉलजी के कारण ही डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) की मदद करोड़ों लोगों को तुरंत राहत पहुंचाई गई। लॉकडाउन के तुरंत बाद पीएम गरीब कल्याण पैकेज की घोषणा की गई। हमारा मकसद था कि देश का कोई गरीब भूखा ना रहे। डीबीटी के माध्यम से तुरंत करोड़ों लोगों के अकाउंट में पैसे पहुंच गए।

राहत पैकेज का आकार जरूर अलग-अलग
इसके अलावा अर्थव्यवस्था को बचान के लिए हमने सिस्टम में लिक्विडिटी डालने का काम किया। कोरोना संकट के बीच दूसरे देशों ने जो कदम उठाए हैं, हमारे कदम भी वैसे ही हैं। लेकिन राहत पैकेज का आकार अलग-अलग जरूर है।

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