हटाए जा सकते है सतना एसपी, पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने करवाई थी पोस्टिंग

सतना
बीते दिनों सतना में दो जुड़वा बच्चों का अपहरण कर हत्या करने का मामला सामने आया था। अभी ये मामला शांत हुआ था कि बुधवार को फिर दो बच्चों को किडनैप कर उनकी हत्या कर दी गई।वही पांच दिनों में जिले के अलग-अलग थानों में पांच मासूमों के अपहरण के मामले दर्ज किए गए हैं। घटनाओं के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच हुआ है,  कानून व्यवस्था पर सवाल उठने लगे है। इसमें पुलिस प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है।वही कमलनाथ सरकार ने इस पर सख्ती दिखाते हुए चुनाव आयोग से एसपी को हटाने की मांग की है।संभावना जताई जा रही है कि आज-कल में एसपी का तबादला किया जा सकता है।

दरअसल, सतना में लगातार बिगड़ रही कानून व्यवस्था को लेकर प्रदेशभर में मासूमों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे है।बीते दिनों प्रदेश में कई अपहरण के मामले सामने आ चुके है। इसमें सतना में पांच दिन में पांच मामले दर्ज किए गए है। बुधवार को फिर एक छह साल के बच्चे का अपहरण कर हत्या कर दी है। इसको लेकर पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ.राजेंद्र कुमार सिंह और जेपी धनोपिया ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव से मुलाकात कर एसपी संतोष सिंह गौर को हटाने का मांग उठाई। चुनाव की स्थिति को देखते हुए पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह गौर को हटाया जा सकता है। पुलिस मुख्यालय ने इसके लिए तीन अधिकारियों के नाम का पैनल भी भेजा है। एक दो दिन में आदेश जारी किए जा सकते है। 
 
कांग्रेस नेताओं द्वारा  शिकायत में कहा गया कि गौर के रहते निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव नहीं हो सकते हैं। गौर के कार्यकाल में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ी है। दो महीने पहले दो बच्चों की अपहरण हुआ था और दोनों की बाद में हत्या कर दी थी। इस मामले को उत्तरप्रदेश पुलिस ने सुलझाया था। दस दिन पहले दस साल की बच्ची गुम हो गई, जो अभी तक नहीं मिली है। दो दिन पहले तीन बच्चे नागौद से गुम हुए। इनमें दो बच्चों का अपहरण हुआ और फिरौती मांगी गई। एक बच्चे की मृत्यु हो गई।

बताया जा रहा है कि गौर की पोस्टिंग पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के कहने पर हुई थी।इसको लेकर भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने सतना के पुलिस अधीक्षक को हटाने की मांग को लेकर ट्वीट किया। उन्होंने कहा  है कि पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह सतना एसपी को हटाने की मांग कर रहे हैं। क्या पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह सहमत हैं। सुना है कि एसपी की पोस्टिंग अजय सिंह ने कराई थी, इसलिए मौका मिला और राजेंद्र सिंह ने उन्हें हटाने की मांग कर डाली। यही राजनीति है, इसका अपहरण से कोई वास्ता नहीं है।

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