सोनिया के चीफ बनते ही UP में बदलाव की आहट
लखनऊ
सोनिया गांधी के कांग्रेस पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद उत्तर प्रदेश कांग्रेस में भी बदलाव के रास्ते खुल गए हैं। ऊपरी स्तर पर कांग्रेस संगठन में पिछले दो महीने से बनी असमंजस की स्थिति पर विराम लगने के बाद अब उत्तर प्रदेश में भी बदलाव की सुगबुगाहट महसूस की जा रही है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के प्रदेश संगठन को लेकर अनिश्चितताओं पर विराम लग सकता है।
लोकसभा चुनाव के पहले से ही कांग्रेस के प्रदेशस्तरीय संगठन को बदलने की मांग उठ रही थी। हालांकि, तब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने यह कहते हुए मना कर दिया था कि फिलहाल यह चुनाव का समय है। इस समय बदलाव नहीं हो सकते हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि लोकसभा चुनाव के फौरन बाद प्रदेश संगठन में बदलाव होंगे।
इससे पहले कि मामले में फैसला हो पाता, लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। ऐसे में जबकि राष्ट्रीय नेतृत्व की तस्वीर साफ नहीं थी, तो प्रदेश में बदलाव की गुंजाइश कम ही थी। अब जिस तरह सोनिया गांधी को कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया है, उससे प्रदेश संगठन को लेकर फैसले लिए जाने के रास्ते साफ हो गए हैं।
जिलों में भी हो सकेंगे फेरबदल
प्रदेश की जिला और शहर इकाइयों को चुनाव के बाद भंग कर दिया गया था। पूर्वी उत्तर प्रदेश में तो जिला और शहर इकाइयों के अध्यक्षों की तलाश शुरू हो गई थी, लेकिन पश्चिमी यूपी में यह कवायद नहीं हो पाई है। कांग्रेस के संगठन के मुताबिक जिला और शहर अध्यक्षों की तैनाती में भी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का ही फैसला होता है। ऐसे में अब ये तैनातियां जल्द होने की उम्मीद जताई जा रही हैं।
'खत्म होगा झूठ और धोखे के युग का अंत'
सोनिया गांधी को कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष बनाए जाने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी और विधायक आराधना मिश्रा ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। दोनों नेताओं ने कहा कि सोनिया गांधी के नेतृत्व में झूठ और धोखे के युग का अंत होगा। सोनिया गांधी की नेतृत्व क्षमता सबने पहले भी देखी है। वही इतिहास दोहराया जाएगा।