सेल्यूलाइट की समस्‍या महिलाओं को क्यों होती है ज्‍यादा

सेल्‍युलाइट होना सेहत के ल‍िहाज से नुकसानदायक नहीं होता है लेकिन ये शरीर के सौंदर्यीकरण को खराब जरुर करती हैं। ये एक ऐसी कंडीशन है जिसमें शरीर के क‍िसी भी ह‍िस्‍सें पर चर्बी जमने के साथ ही गड्डे पड़ने लगते हैं। मह‍िलाओं को सेल्यूलाइट की समस्या सबसे अधिक होती है। यह शरीर के ऐसे हिस्से में होती है। जहां पर ब्लड सर्कुलेशन और एक्टिविटी कम होती है। इससे स्किन के नीचे फैट जमा हो जाता है। फैट सैल्स के त्वचा के बाहरी परत से होकर बाहर की ओर उभरने से बनी एक डिम्पल जैसी चीज को सेल्यूलाइट कहते हैं।

सेल्‍युलाइट को लेकर गलतफहमी
सेल्युलाइट को लेकर बड़ा मिथ ये है क‍ि एक्सरसाइज न करने से सेल्युलाइट होता है। जबकि इस समस्‍या का एक्‍सरसाइज से कुछ नहीं लेना -देना हैं। खराब लाइफस्‍टाइल और विषाक्त पदार्थों के अधिक सेवन से सेल्युलाईट होने का कारण बताते थें। लेकिन इस शोध में इस बात को नकार दिया गया है। क्योंकि शोधकर्ताओं के अनुसार विषाक्त पदार्थ जैसे अल्कोहल या अन्य नशे वाले पदार्थ पुरुष ज्यादा करते हैं। लेकिन उनमें सेल्युलाईट की परेशानी कम ही होती है।

शोध के अनुसार
एक शोध के अनुसार महिलाओं में सेल्युलाइट के कारण पर खोज हुई है। शोधकर्ताओं के अनुसार महिलाओं में सेल्युलाइट का मुख्य कारण है कि महिलाओं के शरीर में बड़ी फैट कोशिकाएं होती हैं। महिलाओं के शरीर में बड़ी वसा कोशिकाओं का कारण महिला हार्मोन की वजह से होती हैं। पुरुषों में महिलाओं की तुलना में छोटी वसा कोशिकाएं होती हैं। इसके अलावा पुरुषों की त्वचा के नीचे का फैट बहुत कम होता है। इसी कारण से पुरुषों में सेल्युलाइट की परेशानी नहीं होती है।

महिलाओं में क्यों होता है सेल्युलाइट
महिलाओं में सेल्युलाइट होने का मुख्‍य कारण है जब शरीर में फैट वाले लोब्यूल्स बढ़ने लगते हैं। इसके साथ शरीर में जब कोलेजन की मात्रा घटने लगती है तो त्वचा कि मजबूती कमजोर होती है, और स्किन के बाहरी भाग में गड्डे अर्थात सेल्युलाइट दिखने लगता है।

ये भी है एक वजह
महिलाओं में बड़ी वसा कोशिकाएं उनके हार्मोन के कारण होती है। क्योंकि महिला को एक बच्चे को जन्म देने के लिए तैयार रहना होता है। बच्चे को गर्भ में पोषण देने के लिए शरीर कई जगह वसा को एकत्र करके रखता है। जैसे हिप्स और जांघों के पास, यह वसा बच्चे के पोषण में उपयोग आती है। इसके अलावा बच्चे के जन्म के बाद ब्रेस्ट फीडिग के लिए भी ऊर्जा की जरूरत होती है। जो ये एकत्र वसा से बनना आसान होता है।

सेल्युलाइट से कैसे बचें
इस शोध के अनुसार यह बात तो तय होती है कि अगर सेल्युलाइट की परेशानी से बचना है तो फैट पर नियंत्रण के साथ कोलेजन के लेवल को बढ़ाना होगा। शरीर में कोलेजन बढ़ाने के लिए हेल्दी डाइट की जरूरत होती है। कोलेजन लेवल बढ़ाने के लिए हरी सब्जियों के साथ, जामुन जैस फल और प्रोटीन डाइट लेनी चाहिए।

हेल्दी डाइट के साथ एक्सरसाइज हर किसी के लिए जरूरी है। बढ़ती उम्र भी कोलेजन के घटने का कारण होती है। ऐसे में शरीर को एक्टिव रख कर इसे आप नियमित कर सकते हैं।

 

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