सेंसेक्स 376 अंक चढ़ा,33,605.22 अंक पर बंद

मुंबई
वैश्विक बाजारों के सकारात्मक रुख के बीच मंगलवार को स्थानीय शेयर बाजारों में तेजी आई, हालांकि भारत-चीन सीमा पर तनाव से लाभ कुछ सिमट गया। उतार चढ़ाव भरे कारोबार में बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 376.42 अंक या 1.13 प्रतिशत की बढ़त के साथ 33,605.22 अंक पर बंद हुआ। दिन में यह कुल मिला कर 1,069 अंक के दायरे में ऊपर-नीचे हुआ। दोपहर के कारोबार में भारत-चीन सीमा पर तनाव की खबरों के बाद यह कुछ समय के लिए नकारात्मक दायरे में भी आ गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 100.30 अंक या 1.02 प्रतिशत की बढ़त के साथ 9,914 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की कंपनियों में एचडीएफसी बैंक का शेयर सबसे अधिक करीब चार प्रतिशत चढ़ गया। एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक, इन्फोसिस, कोटक बैंक और हीरो मोटोकॉर्प के शेयर भी लाभ में रहे। टेक महिंद्रा, एक्सिस बैंक, इंडसइंड बैंक और आईसीटी के शेयरों में गिरावट आई।

सेंसेक्स के 30 शेयरों में 15 लाभ में रहे, जबकि 15 में नुकसान रहा। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप 0.37 प्रतिशत तक के लाभ में थे। विश्लेषकों ने कहा कि अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने कोरोना वायरस की वजह से लागू लॉकडाउन से प्रभावित कंपनियों की मदद के लिए एक बड़े कार्यक्रम की घोषणा की है। इससे वैश्विक बाजारों का रुख सकारात्मक हुआ, जिससे यहां भी धारणा मजबूत हुई। फेडरल रिजर्व बैंक ने ‘मेन स्ट्रीट’ (व्यवसायी कंपनियों) को सुगमता से कर्ज तथा आपात सुविधा कार्यक्रम के तहत 750 अरब डॉलर के कॉरपोरेट बांड खरीदने की घोषणा की है। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव से शेयर बाजारों में काफी उतार-चढ़ाव रहा। हालांकि, अमेरिकी केंद्रीय बैंक द्वारा बांड खरीद कार्यक्रम की घोषणा से वैश्विक बाजारों में तेजी का रुख था।’’ नायर ने कहा कि निवेशकों ने कुछ हद तक सीमा से आ रही खबरों को नजरअंदाज किया।

निवेशक अब भी उम्मीद कर रहे हैं कि बाजारों निेवेश आने का सिलसिला जारी रहेगा। अन्य एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कम्पोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग, जापान का निक्की और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी पांच प्रतिशत तक चढ़ गए। शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार भी लाभ में चल रहे थे। हालांकि, पूर्वी लद्दाख की संवेदनशली गलवान घाटी में तनाव से घरेलू निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई है। यह पिछले 45 साल में पहली ऐसी घटना है। चीन के सैनिकों के साथ झड़प में एक भारतीय सेना अधिकारी और दो जवान शहीद हुए हैं। इस बीच, अंतरबैंक विदेशी विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 17 पैसे टूटकर 76.20 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। अंतरराष्ट्रीय बाजार में मानक ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 1.41 प्रतिशत की बढ़त के साथ 40.28 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।

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