सूखे की मार झेल चुके किसानों को अब नहीं मिल रही फसल बीमा की राशि
सूरजपुर
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में मौसम की मार झेल चुके किसान अब नई फसल लगाने की तैयारी में जुट गए हैं. वहीं जिले के भैयाथान ब्लॉक के करकोली गांव के किसानों को फसल बीमा की राशि नहीं मिल पा रही है. वे बस दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं.
साल 2017 में सूरजपुर के चार विकासखंडों में सूखे की मार पड़ी थी. सूखे की वजह से किसान काफी परेशान थे. वहींं इस साल भी बारिश की कमी से किसानों की फसल आधी-अधूरी ही रह गई. किसानों से फसलों के लिए बीज-खाद लेने के दौरान ही फसल बीमा योजना प्रीमियम की राशि वसूल ली जाती है, लेकिन किसानों की फसल को नुकसान के बाद मुआवजे का आंकलन करने कोई भी संबंधित अधिकारी नहीं पहुंचता. किसान जानकारी के अभाव में कर्ज में डूबते जा रहे हैं, साथ ही खराब आर्थिक स्थिति करकोली गांव के किसानों के लिए मुसीबत बनी हुई है.
जहां एक ओर कांग्रेस की नई सरकार किसानों का कर्ज माफ कर रही है, वहींं करकोली गांव के किसान फिर से नए कर्ज लेने की तैयारी में हैं, जिसका कारण प्रशासन की उदासीनता से फसलों को हुए नुकसान की बीमा राशि हितग्राहियों तक नहीं पहुंच पाना है.
हैरानी की बात ये है कि प्रशासन खुद को इस बात से बिलकुल बेखबर बता रहा है. इस मामले में कृषि उप संचालक एसके प्रसाद का कहना है कि उन्हें मीडिया के माध्यम से करकोली गांव के किसानों की परेशानी की जानकारी लग पाई है. एक टीम गठित कर किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ दिलाया जाएगा.