सिंधिया ने ली ज़िला प्रशासन की बैठक, राज्यपाल से करेंगे शिकायत

ग्वालियर
कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया अभी सरकार में किसी पद पर नहीं हैं। चुनाव भी हार गए हैं, ऐसे में वह जनप्रतिनिधि भी नहीं हैं। लेकिन अधिकारियों और मंत्रियों की बैठक वह बॉस की हैसियत से लेते हैं। बुधवार को सिंधिया को फिर से बॉस की हैसियत में देख बीजेपी भड़क गई। बवाल शुरू हुआ तो सरकार वरिष्ठ मंत्री पीसी शर्मा ने इस पर सफाई दी है।

दरअसल, ज्योतिरादित्य सिंधिया फिर से मध्यप्रदेश के दौरे पर हैं। वह बुधवार सुबह जब ग्वालियर पहुंचे तो सरकार के दो मंत्रियों ने पैर छूकर आर्शीवाद लिए। इस दौरान सिंधिया ने एक मंत्री को हड़का भी दिया। उसके बाद वह ग्वालियर में जिला प्रशासन की बैठक में पहुंचे। सिंधिया ने जो तस्वीर अपने ट्विटर पर शेयर की है। उस तस्वीर को देखने से तो यहीं लग रहा है कि इस बैठक को सिंधिया ही चेयर कर रहे हैं।

बगल में बैठे मंत्री और अधिकारी
आम तौर पर जब किसी विभाग की बैठक होती है तो सेंटर चेयर पर उस मीटिंग पर कोई सीनियर ही बैठता है। लेकिन सिंधिया के पास अभी कोई ओहदा नहीं है। लेकिन वह बॉस की हैसियत से मीटिंग को लीड कर रहे हैं। उनके बगल में सरकार के मंत्री तुलसी सिलावट और इमरती देवी बैठी हैं। तो दूसरी तरफ जिले के जिलाधिकारी हैं। सिंधिया ने तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा कि ग्वालियर के विकास कार्यों को लेकर जिला प्रशासन द्वारा आय़ोजित बैठक में सम्मिलित होकर शहर के विकास और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट पर विस्तृत चर्चा की।

बीजेपी हुई 'लाल'
ज्योतिरादित्य सिंधिया की यह तस्वीर देख बीजेपी भड़क गई है। बीजेपी विधायक विश्वास सारंग ने कहा कि चुने हुए जनप्रतिनिधि का मध्यप्रदेश में कोई सम्मान नहीं है। जिनको जनता ने नकार दिया है वो बैठक ले रहे हैं। मुझे लगता है कि सरकार में कहीं न कहीं कोई अनुशासन होना चाहिए। प्रशासन पर पकड़ जनप्रतिनिधि की होनी चाहिए।बीजेपी ने इस मामले की राज्यपाल से शिकायत करने की बात भी कही है.

पूरा है अधिकार
बीजेपी के वॉर पर जवाब देने के लिए सरकार वरिष्ठ मंत्री पीसी शर्मा सामने आए। उन्होंने कहा कि सिंधिया जी पूर्व केंद्रीय मंत्री हैं। साथ ही वह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं। किसी भी पूर्व मंत्री और मंत्रियों के साथ जाकर उन्हें मीटिंग लेने का पूरा अधिकार है। कांग्रेस ने एक तरह से सिंधिया का बचाव किया है।

पहले भी ले चुके हैं बैठक
मध्यप्रदेश में सरकार बनने के बाद ग्वालियर में जिला प्रशासन के अधिकारियों की बैठक ज्योतिरादित्य सिंधिया लेेते रहते हैं। यह उनकी तीसरी बैठक है। इससे पहले सिंधिया ने जिले के अधिकारियों को अपने महल में बुलाकर बैठक ली थी। उस वक्त भी बीजेपी ने सवाल खड़ा किया था। आखिर सिंधिया किस हैसियत से अधिकारियों की मीटिंग लेते हैं।

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