सिंधिया को प्रदेश की कमान सौंपने की मांग

भोपाल
 मध्य प्रदेश में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बदले जाने की अटकलों के बीच एक बार फिर पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश की कमान सौंपे जाने की मांग तेज हो गई है| इस बार भी सिंधिया समर्थक मंत्रियों ने सिंधिया को पीसीसी चीफ बनाये जाने की मांग की है| फिलहाल राहुल गाँधी के इस्तीफे के बाद शीर्ष नेतृत्व में उथल पुथल मची हुई है| जिसके चलते संभावना है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष तय होने के बाद ही प्रदेश में बदलाव हो| खबर है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ दूसरी बार हाई कमान को इस्तीफा सौंप चुके हैं लेकिन अभी उनका इस्तीफ़ा मंजूर नहीं हुआ है|

लोकसभा चुनाव की हार से दुखी नेता अब संगठन में बदलाव की मांग उठा रहे हैं| ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक मंत्री अब खुलकर प्रदेश अध्यक्ष बदलने की मांग कर रहे हैं| सिंधिया की समर्थक माने जाने वाली प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष की कमान मिलनी चाहिए|  उनका खाना है कि वो खुद राहुल गांधी से मांग करेंगी कि सीएम कमलनाथ से प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाए| वहीं उन्होंने सिंधिया की हार के लिए एक बार फिर ईवीएम को दोषी बताया है, उन्होंने कहा गुना-शिवपुरी में ज्योतिरादित्य सिंधिया का हारना नामुमकिन है. ऐसा हो ही नहीं सकता की क्षेत्र की जनता महाराज को नकार दे|

बता दें कि लोकसभा चुनाव के बाद से ही सिंधिया समर्थक मंत्री लगातार उन्हें कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनाये जान की मांग उठा रहे हैं| सिंधिया के लिए कमलनाथ के मंत्री प्रभुराम चौधरी, प्रद्युमन सिंह तोमर, गोविन्द सिंह समेत कई अन्य नेता भी सिंधिया को प्रदेश की कमान सौंपने की मांग कर रहे हैं| हालाँकि दुसरे गुट के नेता अलग अलग नेताओं के नाम की पैरवी कर रहे हैं| प्रदेश की दौड़ में आधा दर्जन नेता शामिल हैं| पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर सबकी  नजर टिकी हुई है| सूत्रों के मुताबिक एक तरफ जहां सिंधिया समर्थक उनको प्रदेश की कमान सौंपने की मांग कर रहे हैं| वहीं कमलनाथ और दिग्विजय अपने गुट के किसी नेता को बिठाना चाहते हैं| जिनमे पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह , बाला बच्चन का नाम शामिल है| वहीं पीसीसी अध्यक्ष के लिए दो मंत्री उमंग सिंघार व कमलेश्वर पटेल के साथ वरिष्ठ विधायक बिसाहूलाल सिंह का नाम भी आगे चल रहा है। 

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