सरकार ने दिल्ली में कोरोना पर कसी कमर, 110 टीमें रोज जुटाएंगी 11 हजार सैंपल
नई दिल्ली
दिल्ली में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए सरकार जांच का दायरा बढ़ाने की तैयारी में जुटी है, जिससे संक्रमितों को चिह्नित कर उन्हें आइसोलेट किया जा सके। इसके लिए सरकार ने पूरी दिल्ली में 110 मेडिकल जांच टीम उतारने की योजना बनाई है। यह टीम रोजाना 11 हजार के करीब सैंपल एकत्रित करेगी। दिल्ली सरकार ने केंद्र के साथ मिलकर 20 जून तक हर रोज 18 हजार जांच करने का लक्ष्य रखा है।
दिल्ली में कुल 11 जिले है। टीम की जिलावार तैनाती होगी। हर जिले में 10-10 मेडिकल जांच टीम उतारी जाएगी। प्रत्येक टीम रोजाना 100 सैंपल एकत्रित कर लैब में जांच के लिए भेजेगी। सभी जिलाधिकारियों और मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारियों (सीडीएमओ) को टीम तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। उनसे 20 जून से पहले टीम तैयार करके काम शुरू करने को कहा गया है।
संदिग्ध मरीजों की जांच होगी
दिल्ली में बीते कुछ समय से मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने के कारण काटेक्ट ट्रेसिंग करके उन्हें आइसोलेट करने में दिक्कत आ रही है। अब सरकार अधिक मेडिकल टीम उतारने के साथ ही मरीज के संपर्क में आने वाले संदिग्ध मरीजों की जांच में तेजी लाएगी। यह टीम इस काम में लगाई जाएगी, जिससे संक्रमण आगे ना फैल सके। हालांकि, डीएम और सीडीएओ तय करेंगे, किसका और कहां से सैंपल लिया जाएगा।
कंटेनमेंट जोन में एंटीजन टेस्ट
आईसीएमआर के सुझाव पर दिल्ली सरकार कंटेनमेंट जोन में एंटीजन टेस्ट कराएगी। इस टेस्ट की लागत और रिपोर्ट आने का समय कम है। किट 450 रुपये में उपलब्ध है, जिसकी जांच रिपोर्ट आने में 15 से 30 मिनट का समय लगता है। वैसे कंटेनमेंट जोन जहां तेजी से मामले बढ़ रहे हैं वहां घर-घर जाकर सरकार यह टेस्ट कराएगी। दिल्ली में अभी 242 से अधिक कंटेनमेंट जोन हैं। वहां पर डोर टू डोर सर्वे करने के लिए कर्मियों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अगर किसी में लक्षण है और एंटीजन टेस्ट में रिपोर्ट निगेटिव आती है, तो आरटी पीसीआर जांच होगी।