सरकारी स्कूल के शिक्षकों का आरोप, काम के लिए अफसर मांगते हैं रिश्वत

धमतरी
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के धमतरी में शिक्षा विभाग (Education Department) में गंभीर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है. स्कूलों की मरम्मत के सरकारी पैसे में से आला अफसरों का हिस्सा वसूलने के आरोप हैं. फिलहाल जिला प्रशासन इस मामले से खुद को अंजान ही बता रहा है. दरअसल सरकार ने गांव गांव में जो स्कूल खोल रखे हैं. उनकी सालाना मरम्मत होती है. खर्चा सरकार देती है. ये पैसे सीधे स्कूलों के लिये जारी होते हैं. इसी कार्य में भ्रष्टाचार को लेकर अफसरों पर सवाल उठ रहे हैं.

धमतरी (Dhamtari) के नगरी ब्लाक में जर्जर स्कूलो की संख्या ज्यादा है. वहां के लिये भी लघु मरम्मत के नाम पर कई स्कूलों के लिये पैसे जारी हुए. इस पैसे से स्कूल भवनों में छुट पुट काम करवाने का जिम्मा वहां के शिक्षकों का था, लेकिन इन्हीं शिक्षकों ने खुले आम आरोप लगा कर इस रकम में भ्रष्टाचार (Corruption) का खुलासा किया है. आरोप नगरी बीईओ और संकुल समन्वयक पर है.

शासकीय स्कूल के शिक्षक मोहित राम साहू का कहना है कि मरम्म्त की राशि में से एक हिस्सा आला अफसरों को रिश्वत की भेंट चढ़ाने के लिये मांगा जा रहा हैल. शासकीय प्राथमिक शाला मसान डबरा के शिक्षक गोविंद साहू का कहना है कि स्कूलों की मरम्मत के लिये जो रकम मिली थी वो नाकाफी थी. मरम्मत में अपनी जेब से भी खर्च करना पड़ गया. इसके बावजूद आला अफसर पैसे मांग रहे हैं. ये बात बर्दाश्त के बाहर है.

शिक्षकों ने बेहद गंभीर आरोप जिले के अफसरों पर लगाए हैं. इससे शिक्षा विभाग की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं. लेकिन जिले के कलेक्टर रजत बंसल का कहना है कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है. यदि कोई शिकायत मिलती है तो उसपर जांच कर आगे नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.

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