शासन की सोच और पहल महिलाओं के पक्ष में-मुख्यमंत्री श्री भूपेष बघेल

नारायणपुर
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियोवार्ता लोकवाणी की आठवीं कड़ी को नारायणपुर जिले के स्कूल, आश्रम, छात्रावास और नगर पालिका के सामुदायिक भवन तथा ग्राम पंचायतों में बच्चों, पालकों तथा ग्रामीणों ने उत्साहपूर्वक सुना। कलेक्टर श्री पी एस एल्मा ने भी लोकवाणी कार्यक्रम को जिला मुख्यालय के समीप ग्राम पंचायत कलरखा में जाकर ग्रामीणों के साथ सुना। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का मासिक रेडियोवार्ता लोकवाणी की आठवीं कड़ी का प्रसारण महिलाओं को बराबरी के अवसर विषय पर केंद्रित था। मुख्यमंत्री ने रेडियोवार्ता में कहा कि मातृशक्ति के बिना इस संसार की कल्पना नहीं की जा सकती। प्रदेश में स्त्री-पुरूष अनुपात राष्ट्रीय औसत से बेहतर है।

मुख्यमंत्री ने अपनी मासिक रेडियोवर्ता में श्रोताओं से बातचीत करते हुए कहा कि शासन की सोच और पहल महिलाओं के पक्ष में अग्रसर है। उन्होंने महिलाओं को आर्थिक मोर्चे पर सशक्त बनाने के लिए स्वावलंबन और रोजगार के उपायों, महिलाओं को कुपोषण से मुक्ति दिलाने, महिलाओं की सुरक्षा के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। लोकवाणी में मुख्यमंत्री ने कोरोना वायरस से उत्पन्न वातावरण का जिक्र करते हुए कहा कि इन दिनों ‘कोरोना वायरस’ की बहुत चर्चा है, आप डरें नहीं। बचाव के उपायों को समझें और अपनाएं। सरकार ने उपचार की पूरी तैयारी कर रखी है।

लोकवाणी के इस कार्यक्रम में नारायणपुर जिले की नीता ठाकुर और सरला नायर ने मुख्यमंत्री से बातचीत की। अपनी बातचीत में नीता ठाकुर ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा महिलाओं एवं बच्चों को सुपोषित करने के लिए चलाये जा रहे मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के बारे में बताया कि आंगनबाड़ी केन्द्र में आने वाली महिलाएं एवं बच्चे सुपोषित हो रहे हैं। जिसके लिए उन्होंने आपको धन्यवाद दिया। वहीं श्रीमती सरला नायर ने सुपोषण अभियान को सराहनीय कदम बताते हुए कार्य के दौरान आंनगाबाड़ी कार्यकर्ताओं को आने वाली दिक्कतों की जानकारी दी।

मुख्यमंत्री ने महिलाओं एवं बच्चों को सुपोषित करने के उद्देश्य से शुरू किये गये योजना के बारे में बताया कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान 2 अक्टूबर 2019 अर्थात गांधी जयंती के दिन से प्रदेश के सभी जिलों में शुरू किया गया। इसके अन्तर्गत जन्म से 5 वर्ष तक के बच्चों को तथा 15 से 49 वर्ष तक की महिलाओं को खून की कमी और कुपोषण की समस्या से उबारने का लक्ष्य रखा गया है। जिन्हें अतिरिक्त पोषण आहार, गर्म भोजन दिया जा रहा है। इसके अलावा पूरक पोषण आहार कार्यक्रम, महतारी जतन योजना, पोषण आहार योजना का संचालन भी किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में महिलाओं को रोजगार के उपलब्ध अवसरों की जानकारी देते हुए कहा कि शासकीय सेवाओं में महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत पद आरक्षित किए गए हैं। वहीं आयु सीमा में भी 10 वर्ष की विशेष छूट दी गई है। मुख्यमंत्री ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए राज्य सरकार द्वारा लागू की गई योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि महिला हेल्प लाइन नम्बर 1091, सखी वन स्टॉप सेन्टर, महिला-पुलिस स्वयं सेविका योजना, महिला जागृति शिविर, स्व-आधार योजना, कामकाजी महिला हॉस्टल योजना, महिला शक्तिकेन्द्र योजना आदि सुरक्षा तथा सहयोग के लिए काम कर रहीं हैं।

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