शहरी बेरोजगारों को ट्रेनिंग देने प्रदेश में 183 सेंटर खोलेगी कमलनाथ सरकार

भोपाल
लोकसभा चुनाव से पहले कमलनाथ सरकार का फोकस युवाओं पर है। शहरी बेरोजगारों को 100 दिन के रोजगार का प्रशिक्षण देने के लिए सरकार प्रदेश भर में 183 प्रशिक्षण केंद्र खोलेगी। इसके माध्यम से प्रदेश की 264 नगर परिषद 98 नगर पालिका और 16 निगम में शहरी युवाओं को 100 दिन का रोज़गार दिया जाएगा। बेरोज़गार युवा सबसे नज़दीकी प्रशिक्षण केंद्र ऑनलाइन भी देख सकेंगे । इसके लिए नगरीय प्रशासन विभाग मैप आईटी से सॉफ्टवयर तैयार भी करवा रहा है। इसकी जानकारी मीडिया से चर्चा के दौरान नगरीय विकास मंत्री जयवर्धन सिंह ने दी।

मंत्री जयवर्धन सिंह  ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि बीते 15  सालों में भाजपा ने सत्ता में रहते हुए युवाओं के बारे में कभी नही सोचा, उद्योग स्थापित नही किए, लेकिन प्रदेश की कमलनाथ सरकार युवाओं को रोजगार दिलाने के प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सांसद रहते हुए छिंदवाड़ा में उद्योग स्थापित किए , लाखों युवाओं को रोजगार दिया। वही छिंदवाड़ा मॉडल हम प्रदेश में लागू करने जा रहे है।जिसमें प्रदेश के युवाओं को रोजगार दिया जाएगा। इसके लिए 183  सेंटर खोले जाएंगे। इस प्रक्रिया को ऑनलाइन किया जाएगा, ताकी युवा मोबाईल पर सर्च कर सके कि पास का प्रशिक्षण केन्द्र कहां है। 

मंत्री सिंह ने यह भी बताया कि 21 से 30 साल की उम्र के युवा जितने भी साल इस योजना का लाभ लेना चाहेंगे, दिया जाएगा। सरकार का दावा है कि इस योजना से लगभग साढ़े छह लाख युवा लाभान्वित होंगे और सरकार पर लगभग 800 करोड़ का भार आएगा। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गणतंत्र दिवस के मौके पर इस योजना का ऐलान किया था। इस मौके पर कमलनाथ ने कहा था कि शहरी क्षेत्र के गरीब युवाओं को अस्थायी रोजगार देने के लिए युवा स्वाभिमान योजना लागू की जाएगी, जिसमें शहरी क्षेत्र के गरीब युवाओं को एक साल में 100 दिन का रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। इसके एवज में 4000 रुपये प्रतिमाह के मान से मानदेय दिया जाएगा। कुल मिलाकर 13 हजार रुपये 100 दिन की अवधि में मिलेंगे। कैबिनेट बैठक में इस योजना को मंजूरी मिल चुकी है| इसी के तहत अब बेरोजगारों को ट्रेनिंग देने के लिए प्रदेश में 183 सेंटर खोले जाएंगे| बेरोजगारों को काम देने को दो भागों में बांटा है। इसके तहत नगरीय निकायों में युवाओं को काम करना होगा इसी के साथ जिस काम में उनकी रुचि है उसकी ट्रेनिंग भी दी जाएगी। 

नगर निकायों में ऐसे बहुत से काम हैं जो शिक्षित युवा कर सकते हैं। इनमें अकाउंटेंट, कंप्यूटर ऑपरेटर, टाइपिंग, स्टेनो सहित अन्य काम शामिल हैं। इन्हें संबंधित कर्मचारियों के साथ अटैच कर काम सिखाया भी जाएगा और बाद में इनसे पृथक से काम लेंगे। इसी तरह कौशल विकास से जुड़े कामों में युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्हें आधे दिन ट्रेनिंग करना होगी आधे दिन काम करना होगा। 

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