विधायक हरदीपसिंह डंग ने धरा 370 हटाने का समर्थन किया ,कांग्रेस के रुख का खुलकर विरोध

भोपाल

केंद्र की मोदी सरकार द्वारा कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के और विशेष राज्य का दर्जा खत्म करने के बाद कांग्रेस इस फैसले का खुलकर विरोध कर रही है। लेकिन पार्टी के कई नेता इस फैसला का समर्थन भी करते दिखाई दे रहे है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्यातिरादित्य सिंधिया ने सोशल मीडिया पर इस फैसला का समर्थन किया। अब उनके बाद प्रदेश के मंदसौर जिले से कांग्रेस के सुवासरा से विधायक हरदीपसिंह डंग ने सबको हैरान कर दिया है। उन्होंने एक मीडिया संस्थान को साक्षात्कार में मोदी सरकार के इस फैसले का समर्थन किया है।

उन्होंंने देशवासियोंं के मोदी सरकार के इस कदम को लेकर बधाई तक दे डाली। उन्होंने कहा कि कश्मीर में 370 की वजह से अब तक वहांं का विकास अटका हुआ था। अब वहां रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। वहां के बेरोज़गारों को काम मिलेगा जिससे वहां पत्थरबाजी की घटनाएं कम होंगी और अमन शांति होगी। उन्होंने कहा कि एक देश एक संविधान से यह अखंड भारत होगा। हालांकि, जब उनसे पूछा गया कि पार्टी इस फैसले के बार में अलग राय रखती है तो उन्होंने कहा कि यह मेरा व्यक्तिगत विचार है। इसलिए मैं इस कदम को सही मानता हूं।

उनके इस बयान के बाद से राजधानी तक इसका असर देखने को मिला है। पार्टी नेताओं में हलचल मच गई है।यही नहीं उनके अलावा सिंधिया समर्थक विधायकों ने भी आज इस फैसले को सही ठहराया है। उन्होंने कहा कि माहराज जो काम करते हैं वह बहुत सोच समझकर करते हैं और उसमें किसी गलती की कोई गुंजाइश नहीं होती। अगर उन्होंने इस फैसले को सही बताया है तो फिर इसमें कुछ गलत नहीं है।

इसके पहले सिंधिया और लक्ष्मण सिंह भी कर चुके है समर्थन

इसके पहले मंगलवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मोदी सरकार के इस फैसले का समर्थन किया। ज्योतिरादित्य ने मंगलवार को ट्वीट किया कि, "मैं जम्मू कश्मीर और लद्दाख पर उठाए गए कदम और भारत के संघ में इसके पूर्ण एकीकरण का समर्थन करता हूं। बेहतर होता अगर संवैधानिक प्रक्रिया का पालन किया जाता। तब कोई सवाल नहीं उठाया जा सकता था। फिर भी, यह हमारे देश के हित में है। मैं इसका समर्थन करता हूं ।वही चाचौड़ा से कांग्रेस विधायक औऱ पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय के भाई लक्ष्मण सिंह भी इसका समर्थन कर चुके है, जबकी दिग्विजय और सीएम कमलनाथ की अभी तक कोई प्रतिक्रिया सामने नही आई है। इससे पहले कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा, दीपेंद्र हुड्डा और पूर्व महासचिव जर्नादन द्विवेदी पहले ही इस बिल का समर्थन कर चुके हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *