विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव का फैसला BJP हाईकमान करेगा, नेता प्रतिपक्ष का नाम तय नहीं

भोपाल
मध्य प्रदेश में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में विधायकों की संख्या देखने के बाद भाजपा ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने का फैसला टाल दिया। हालांकि पार्टी अभी कोई फैसला नहीं कर पाई। विधानसभा सत्र से एक दिन पहले प्रदेश भाजपा कार्यालय और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के घर भाजपा नेताओं के बीच दिनभर अध्यक्ष का चुनाव लड़ने और नेता प्रतिपक्ष के नाम को लेकर मंथन चलता रहा।

कांग्रेस की बैठक में 120 विधायकों के पहुंचने के बाद तय हुआ कि हाईकमान ही अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने पर फैसला करेगा। सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय नेतृत्व सोमवार सुबह इस बारे में अपना फैसला सुनाएगा, क्योंकि अध्यक्ष पद के लिए दोपहर 12 बजे तक ही नामांकन फॉर्म भरा जाएगा। भाजपा ने अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ने के लिए विधानसभा से नामांकन फॉर्म रविवार को ही ले लिया था।

सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस विधायक दल की बैठक शुरू होने से पहले भाजपा ने अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया था। भाजपा को उम्मीद थी कि बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी और निर्दलीय विधायक कांग्रेस की बैठक में नहीं जाएंगे, लेकिन करीब 120 विधायकों के बैठक में पहुंचने के बाद भाजपा ने अपना फैसला बदल लिया और इस पर देर रात तक फिर पुनर्विचार चलता रहा। प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह और राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मीडिया से बातचीत में अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ने के संकेत भी दिए थे।

दिल्ली की पसंद नरोत्तम

सूत्रों के मुताबिक, नेता प्रतिपक्ष पद के लिए भाजपा में अभी भी एक नाम पर सहमति नहीं बनी है। पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा हाईकमान की पसंद बने हुए हैं और उनका नाम लगभग तय माना जा रहा है। हालांकि प्रदेश के कुछ नेता उनके नाम पर तैयार नहीं है। ऐसे में पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह और राजेंद्र शुक्ला का नाम भी इस दौड़ में शामिल है। सोमवार शाम को प्रदेश कार्यालय में विधायक दल की बैठक में भाग लेने पर्यवेक्षक के रूप में गृह मंत्री राजनाथ सिंह और प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे भोपाल आ रहे हैं। दोनों नेता पार्टी हाईकमान का फैसला बैठक में विधायकों के सामने रखेंगे।

संजय पाठक ने की कमलनाथ की तारीफ

पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक संजय पाठक ने रविवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ की जमकर तारीफ की। पाठक ने कहा कि कमलनाथ बहुत अच्छे मैनेजर हैं और पांच साल अच्छी तरह सरकार चलाएंगे। पाठक के इस बयान के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।

भाजपा की डिनर डिप्लोमेसी

दिग्विजय सिंह भले ही भाजपा पर हॉर्स ट्रेडिंग के आरोप लगा रहे हों, लेकिन भाजपा भी अपने विधायकों को लेकर सतर्क हो गई है और कई वरिष्ठ नेताओं को संभागवार विधायकों के साथ समन्वय बनाने की जिम्मेदारी सौंपी है। इसमें कैलाश विजयवर्गीय को इंदौर-उज्जैन संभाग, राजेंद्र शुक्ला को रीवा-शहडोल, नरोत्तम मिश्रा को ग्वालियर-चंबल, अरविंद भदौरिया को भोपाल-होशंगाबाद और प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह को जबलपुर संभाग के विधायकों के साथ बैठकर भोजन के बहाने एकजुट रखने की जिम्मेदारी दी गई है।

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