वर्ल्ड कप के बारे में नहीं सोच रहा, पूरा ध्यान हैदराबाद पर: विजय शंकर
नई दिल्ली
भारत के ऑलारउंडर खिलाड़ी विजय शंकर को वर्ल्ड कप के लिए चुनी जाने वाली टीम में शामिल होने का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। लेकिन उन्होंने कहा कि अभी उनका पूरा ध्यान इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए अच्छा प्रदर्शन करने पर केंद्रित है और वह वर्ल्ड कप के बारे में नहीं सोच रहे। शंकर ने कहा कि जब वह खराब दौर से गुजर रहे थे, तब हैदराबाद ने उनपर विश्वास दिखाया और उन्होंने दमदार वापसी की। शंकर ने कहा, 'भारतीय टीम में शामिल होना हर क्रिकेटर का सपना होता है, लेकिन मैं वर्ल्ड कप की टीम में चुने जाने के बारे में अधिक नहीं सोच रहा। मैंने हैदराबाद में योगदान देने पर अपना ध्यान केंद्रित करने की कोशिश की है।' उन्होंने कहा, 'हैदराबाद के लिए अच्छा प्रदर्शन करना मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। मैं भारतीय टीम में वापस आने के पहले से हैदराबाद के लिए खेल रहा हूं। उन्होंने मुझपर भरोसा किया है और मुझे उसे लौटाने की जरूरत है।'
यह पूछे जाने पर कि क्या वर्ल्ड कप की तैयारी के रूप में वह नंबर-3 या 4 पर बल्लेबाजी कर रहे हैं? शंकर ने कहा, 'मैंने इस बारे में नहीं सोचा, लेकिन यह बहुत अच्छा है कि मैं ऊपर बल्लेबाजी कर रहा हूं। न्यू जीलैंड के खिलाफ सीरीज में भी मैंने तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी की थी और हैदराबाद के लिए भी मैं यही कर रहा हूं, अच्छा है जो ऐसा हुआ। न्यूजीलैंड में मैंने अच्छी बल्लेबाजी की और सबसे महत्वपूर्ण चीज यह रही कि टीम ने मुझपर भरोसा दिखाया। इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ता है।' शंकर ने कहा, 'वर्ल्ड कप से इसका कोई लेना-देना नहीं है। यह टीम के लिए विभिन्न परिस्थितियों में अपना योगदान देने से जुड़ा है।' श्री लंका के खिलाफ हुई सीरीज में खराब प्रदर्शन के बाद शंकर ने निश्चय किया कि वह खेल का आनंद लेते रहें और अपने ऊपर ज्यादा दबाव न डालें। शंकर ने कहा, 'मैं समझता हूं कि मैं खेल का आनंद ले रहा हूं और अपने ऊपर कोई अतिरिक्त दबाव नहीं बना रहा। मैं परिस्थितियों के अनुरूप खेलकर टीम को जीत दिलाना चाहता हूं। मैंने हमेशा अपने काम को महत्व दिया है और इससे मुझे काफी मदद मिली है।' इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की अंकतालिका में हैदराबाद फिलहाल, 5वें पायदान पर काबिज है। शंकर मानना है कि उनकी टीम को अहम मौकों को भुनाना होगा। शंकर ने कहा, 'मैं समझता हूं कि हमारी टीम अच्छी है और हमने कई क्षेत्रों में सुधार किया है। अगर आप उन मुकाबलों को देखें जिसमें हमें हार झेलनी पड़ी है तो आप समझ पाएंगे कि हम अहम मौकों को भुनाने में कामयाब नहीं हो पाए। यहां तक कि पहले मैच में कोलकाता कि खिलाफ हम 17वें ओवर तक मुकाबले में बने हुए थे। आखिरी के दो-तीन ओवर में मैच पलट गया। अहम मौकों पर हम हार गए, लेकिन एक क्रिकेटर के रूप में हमें लगातार सीखने की जरूरत है ताकि हम लगातार बेहतर हो पाए और मैच जीत सकें।'