वर्ल्ड कप के दौरान सिर्फ 4 घंटे सोते थे लियाम प्लंकेट, जानिए वजह

 लंदन
 

इंग्लैंड के तेज गेंदबाज लियाम प्लंकेट ने स्वीकार किया है कि एक समय उन्हें लगा था कि वह फिर कभी भी सीमित ओवर में नहीं खेल पाएंगे। आईसीसी विश्वकप में इंग्लैंड के सफल गेंदबाजों में रहे प्लंकेट ने फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ 42 रन देकर तीन विकेट झटके थे। साल 2005 में अपना अंतरराष्ट्रीय पदार्पण करने वाले प्लेंकट को काफी लंबे समय तक टीम से बाहर रहना पड़ा था। उनके लिए हालांकि सबसे चुनौतीपूर्ण समय 2016-17 रहा जब उन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टीम से बाहर किया गया था।  
      
प्लंकेट ने कहा, “टी-20 सीरीज के दौरान एक समय मुझे ऐसा लगा था कि मैं अब कभी सीमित ओवरों में नहीं खेल पाऊंगा। मुझे यकीन नहीं था कि मैं खेल पाऊंगा और मैंने संन्यास लेने के बारे में भी विचार किया था लेकिन इयोन मोर्गन ने मुझे भरोसा दिलाया और मुझे इस बारे में ज्यादा सोचने के लिए मना किया।”        

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उन्होंने कहा, “मैं सप्ताह भर के अंतराल के बाद पाकिस्तान के खिलाफ टी-20 सीरीज में खेलने उतरा था जहां हमने पाकिस्तान को दुबई में हराया था। इस मुकाबले में मैंने तीन विकेट झटके थे और वापसी की थी।”        

तेज गेंदबाज ने कहा, “मुझे दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में टीम में जगह नहीं दी गयी थी और उन्होंने मुझसे मेरी गेंदबाजी में सुधार करने के लिए कहा था और मैंने बहुत मेहनत की और अपनी गेंदबाजी में कई प्रयोग किए। इसके बावजूद मुझे लगा था कि मैं तेजी से गेंदबाजी नहीं कर पाऊंगा लेकिन मैं अपनी गेंदबाजी से विकेट झटकर मैच का रुख पलटने में सक्षम हूं।”      
 
विश्वकप में अपने सफर को लेकर प्लंकेट ने कहा, “पूरे विश्वकप के दौरान मैं सिर्फ चार घंटे ही सो पाता था। मेरी नींद पूरी नहीं हो पाती थी। मैं हालांकि कभी भी मैच में थका हुआ महसूस नहीं करता था। मैं मुकाबले में बेहतर प्रदर्शन करने को लेकर काफी उत्सुक रहता था।”        
 
उन्होंने कहा, “मैं विश्वकप में शानदार प्रदर्शन करना चाहता था और विश्वकप जीतना मेरे करियर का सबसे खूबसूरत पल है। मुझे नहीं पता कि अब मेरे क्रिकेट करियर में यह मौका दोबारा आएगा की नहीं।”        

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