’लोेकवाणी कार्यक्रम’ : मुख्यमंत्री के रेडियोवार्ता लोकवाणी का हुआ प्रसारण

महासमुंद
छत्तीसगढ़ की जनता से सीधा संवाद स्थापित करने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियोवार्ता लोकवाणी का प्रसारण हुआ। लोकवाणी का प्रसारण आज प्रातः 10.30 से 10.55 तक आकाशवाणी के सभी केन्द्रों, एफएम रेडियो और क्षेत्रीय समाचार चौनलों में एक साथ किया गया। इसका प्रसारण सुनने के लिए जिले के नगरीय निकायों, जनपद पंचायतों सहित आश्रम, छात्रावासों एवं अन्य संस्थानों में सुना गया।

मुख्यमंत्री भुपेश बघेल आज अपनी पहली रेडियोवार्ता लोकवाणी कार्यक्रम के माध्यम से प्रदेश की जनता को संबोधित करते हुए अपने विचारों को साझा किया एवं नागरिकों के  कृषि और ग्रामीण विकास विषय पर पूछे प्रश्नों का जवाब भी दिए। इस अवसर पर उन्होंने ग्रामीण जनजीवन को खुशहाल बनाने के लिए छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी नरूवा, गरूवा, घुरवा, बारी के महत्वकांक्षी सुराजी गांव योजना के बारे में विस्तार से बताया। लोगों ने मुख्यमंत्री द्वारा लिए गए ऐतिहासिक फैसलों 2500 रूपए में धान खरीदी, तेन्दूपत्ता संग्रहण की दर 4 हजार रूपए मानक बोरा करने के साथ ही छत्तीसगढ़ के पारम्परिक त्यौहार हरेली, तीजा, माता कर्मा जयंती, छठ पूजा और विश्व आदिवासी दिवस पर सार्वजनिक अवकाश के लिए बधाई भी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि खेती राज्य की अर्थव्यवस्था का आधार है। किसानों को उनकी उपज का अच्छा दाम मिलता है, तब वह पैसा गांव से लेकर शहर तक बाजारों में आता है। खेती चलती है तो कारखाने के पहिए भी चलते हैं। इसलिए हमने किसानों और उनके माध्यम से गांवों को समृद्ध बनाने की रणनीति अपनाई है। हमने 2500 रू. क्ंिवटल में धान खरीदी, कर्ज माफी, सिंचाई कर माफी और वन टाइम सेटलमेंट का निर्णय लिया, ताकि जितनी जल्दी हो सके किसानों को अपना खोया हुआ मान-सम्मान वापस मिल सके। सिंचाई और निस्तार के लिए पानी की स्थाई व्यवस्था होे। इसके लिये दीर्घकालिक योजना पर काम करतेे हुए हमने ‘नरवा, गरवा, घुरवा, बारी’ को संस्थागत रूप से विकसित करने का निर्णय लिया गया है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ में 20 हजार नाले एवं 285 नदियां है। 85 बारहमासी नदियंा है। इसके बावजूद भी सिचिंत रकबा  मात्र 31 प्रतिशत है। वर्षा के जल को हम सहेज नही पा रहें है। जल प्रबंधन नहीं होने के कारण हमारे ट्यूबवेल रिचार्ज नहीं हो पा रहे हैं। नरवा में सतत् जल प्रवाह होगा तो ट्यूबवेल में जलस्तर बना रहेगा। प्रदेश का 44 प्रतिशत भूभाग वनाच्छादित है इसलिये ऐसे वॉटर स्ट्रक्वर बनाएंगे जिससे पर्यावरण के या वन अधिनियम के उल्लघंन न हो। इससे न सिर्फ खेती किसानी बल्कि पेयजल एवं निस्तार के साथ ही उद्योगों के लिये जल की पर्याप्त उपलब्धता होगी। इससे पर्यावरण भी सुधरेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि गौठान निर्माण के लिये 2000 गांवों को चिन्हित किया गया है। 900 गौठानों का लोकार्पण हो चुका है। चारा, पानी की व्यवस्था के साथ 5 एकड़ जमीन को गौठान के लिये घेरने से हमें चराई से बचने 1000 एकड़ फसली जमीन को घेरने की मंहगी कवायद नहीं करनी पड़ेगी। चराई से बचने लोग खेतों का फेंसिंग कराते हैं इससे कृषि लागत बढ़ती है। फसल चराई के डर से किसान छत्तीसगढ़ में धान के बाद उतेरा की फसल लेना छोड़ दिए हैं। इसे रोकने हमने गांवों की गौठानों को पुनर्जीवित करने का निर्णय लिया। नरवा, गरवा, घुरवा, बारी योजना के संचालन की मांग लगातार आ रही है। शहरों में मवेशियों को खुले में छोड़ने से होने वाली दिक्कतों से निजात दिलाने गौठानों का संचालन किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कमजोर मानसून की स्थिति में किसान किसी भी परिस्थिति में अपने आपको कमजोर न समझंे और न ही हिम्मत हारंे। अल्प वर्षा या खण्ड वर्षा वाले क्षेत्रों में कम समय और कम पानी में पकने वाली किस्मों के बीज उपलब्ध कराएं गए हैं। किसानों को ‘फसल बीमा योजना’ का लाभ दिलाने 15 अगस्त के पहले अच्छी तरह छान-बीन करने को कहा गया है ताकि कोई भी किसान न छूटे, सबके प्रीमियम सही समय पर चला जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब छत्तीसगढ़ में अब हर साल आपका धान हम 2500 रू. क्ंिवटल में ही खरीदेंगे। इस फैसले से अब कोई ताकत हमें पीछे नहीं हटा सकती। केन्द्र सरकार से चाहे जो दर मिले, हम अपने वायदे पर कायम रहेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में भरपूर बिजली उपलब्धता है। बिजली प्रदाय में सुधार के लिए हमने 6 माह में अभूतपूर्व कार्य किए गए है। सरगुजा में छत्तीसगढ़ की बिजली पहुंचाने और गरियाबंद में कनेक्टिविटी की समस्या हल करने के ऐसे इंतजाम किए गए हैं, जिसका इंतजार बरसों से था। हमारी सरकार ने किसानों को निःशुल्क बिजली देने की योजना जारी रखी है, जिसका लाभ 5 लाख किसानों को मिल रहा है। अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति के किसानों को तो पूरी खपत पर बिजली बिल से छूट दी गई है

लोकवाणी रेडियों कार्यक्रम में आज नगर पालिका परिषद में सुना गया, इस अवसर पर पार्षद श्री हरवंश सिंह, श्री खिलावन बघेल, मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री रमेश जायसवाल, श्री विजय श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारीगण उपस्थित थे। इसके अलावा सरायपाली नगर पालिका में श्रवण किया गया। एकलव्य विद्यालय पिथौरा में भी शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने सुना, महासमुंद विकासखंड के ग्राम रूमेकेल, जनपद पंचायत महासमुंद, पिथौरा, बागबाहरा, बसना सहित विभिन्न आश्रम-छात्रावासों में भी लोकवाणी कार्यक्रम सुना गया। शिक्षक, विद्यार्थीगण, गणमान्य नागरिकों ने लोकवाणी कार्यक्रम का श्रवण किया।

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