लोकसभा चुनाव 2019: पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के ‘गढ़’ को हथियाने की फिराक में कांग्रेस
राजनांदगांव
छत्तीसगढ़ में विधानसभा के बाद लोकसभा चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है. सूबे के राजनांदगांव सीट में भी चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. गौरतलब हो कि राजनांदगांव लोक सभा क्षेत्र में राजनांदगांव और कवर्धा दोनों जिले आते है. राजनांदगांव में 6 विधानसभा सीट है तो कवर्धा में 2 विधानसभा सीटे है. इस बार के लोकसभा चुनाव के लिए दावेदारों की लंबी कतार भाजपा और कांग्रेस में देखी जा सकती है. पुर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का विधानसभा क्षेत्र होने से यहा लोकसभा सीट हाईप्रोफाइल बन जाता है. वर्तमान में डॉ. रमन सिंह के बेटे अभिषेक सिंह इस सीट से सांसद हैं. इससे पहले भाजपा के मधुसुदन यादव इस सीट से सांसद थे.
राजनांदगांव लोक सभा में कुल 8 विधानसभा सीट है. इसमे कांग्रेस के पास 6, एक भाजपा और एक जोगी कांग्रेस के पास है. वहीं कांग्रेस में राजनांदगांव लोकसभा सीट के लिए दावेदारों की लंबी लाइन है जिसमें करूणा शुक्ला और पुर्व विधायक स्वर्गीय उदय मुदलयार के बेटे जितेंद्र मुदलियार का नाम तेजी से आगे आ रहा है. इनके अलावा कांग्रेस के और भी कई नेता इस सीट से अपनी दावेदार पेश कर रहे है.
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि पार्टी आला कमान जिस नाम पर लोक सभा टिकट का मोहर लगाकर देती है वो फैसला सभी स्वीकार करेंगे और उसी उम्मीदवार के लिए काम करेंगे. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सह महासचि जितेंद्र मुदलिया का कहना है कि पार्टी को जिताना ही हमारा लक्ष्य होगा. इसके साथ ही काग्रेस के नेता प्रदेश की 11 लोगसभा सीटे जितने का भी दावा कर रहे है. तो वही भाजपा नेता रविंद्र सिंह का कहना है कि वर्तमान सांसद अभिषेक सिंह भाजपा से लोकसभा के लिए प्रबल दावेदार है. आने वाले लोकसभा चुनाव में उन्ही को ही टिकट मिलेगा और भाजपा राजनांदगांव सीट भारी मतों से जीतेगी.
राजनांदगांव में लोकसभा की सरगर्मी तेज होते ही दोनों पार्टी में अपनी-अपनी दावेदारी को मजबूत करने उम्मीदवार अपने आला नेताओं से मेल मिलाप कर रहे है और साथ ही समर्थकों की बैठक भी शुरू हो गई है. पार्टी में टिकट मांगने भाजपा और कांग्रेस के नेता अपनी उपस्थिती दर्ज करवाने में लग गए है. अब भाजपा और कांग्रेस भवन में उम्मीदवार और कार्यकर्ताओं की भीड़ दिखने लगी है.