लोकसभा चुनाव 2019: अब नाटकबाजी और जुमलेबाजी नहीं चलेगी- मायावती

बस्ती 
बसपा मुखिया मायावती (Mayawati) ने सोमवार को यहां कहा कि आरएसएस के इशारे पर सरकार चलाने वाली भाजपा की अब नाटकबाजी और जुमलेबाजी नहीं चलेगी। पांच चरणों के चुनाव के बाद पूंजीपतियों और धन्नासेठों के चौकीदार अब यह जान चुके हैं कि जनता ने उन्हें सत्ता से बेदखल करने का फैसला ले लिया है। कांग्रेस की राह पर चलने वाली भाजपा सरकार के नमो की छुट्टी तय है। आगामी 23 मई को जय भीम की जय जयकार होगी।

मायावती सोमवार को गठबंधन से बसपा प्रत्याशी रामप्रसाद चौधरी के समर्थन में जीआईसी ग्राउंड पर आयोजित जनसभा को संबोधित कर रही थीं। करीब 20 मिनट के संबोधन की शुरुआत उन्होंने कांग्रेस पर हमले से की। बोलीं, आजादी के बाद से ज्यादा समय तक देश-प्रदेश में राज करने वाली कांग्रेस को दलितों, गरीबों, किसानों और अल्पसंख्यकों की उपेक्षा के चलते सत्ता से बेदखल होना पड़ा। कांग्रेस राज में देश-प्रदेश में बेरोजगारी इतनी बढ़ी कि रोजी-रोटी के लिए लोगों को अपना घर छोड़ परदेश जाना पड़ा। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर द्वारा प्रदत्त अधिकारों से भी वंचित किया। इसीलिए 1984 में मान्यवर कांशीराम ने बहुजन समाज पार्टी का गठन किया। 

कांग्रेस के जाने के बाद भाजपा सत्ता में आई है, लेकिन इसका भी हश्र कांग्रेस जैसा ही होगा। देश-प्रदेश में जबरन आरएसएस की विचारधारा थोप रही भाजपा को सपा-बसपा का यह गठबंधन ही बाहर का रास्ता दिखाएगी। कहा कि अच्छे दिन और 15 लाख देने का भाजपा सरकार का वादा जुमला साबित हुआ। 
 
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र में अगर गठबंधन की सरकार बनी तो किसानों को हर तीन माह पर दो हजार और गरीबों को हर माह पर छह हजार रुपये देने की बजाए सभी गरीबों को वरीयता के आधार पर सरकारी एवं प्राइवेट सेक्टर में नौकरी देंगी। बोलीं, जीएसटी और नोटबंदी के चलते देश की आर्थिक व्यवस्था चरमरा गई। इसका फायदा सिर्फ पूंजीपतियों को हुआ। प्राइवेट सेक्टर को लाभ पहुंचाया गया। यहां आरक्षण देने की बजाए उन्हें और बढ़ावा दिया जा रहा है। अब तो रक्षा सौदा भी भ्रष्टाचार से अछूता नहीं रहा। देश की सीमा असुरक्षित है। आए दिन जवान शहीद हो रहे हैं। दिल्ली में गठबंधन सरकार बनने के बाद ही हालत में सुधार होगा। 
 
बसपा मुखिया मायावती जातीय समीकरणों को भी साध गईं। बोलीं, सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री मोदी को ख्याल आया कि वह पिछड़ी जाति के हैं, लेकिन यहां बस्ती में गठबंधन से बसपा प्रत्याशी रामप्रसाद चौधरी जन्मजात पिछड़ी जाति के हैं। 
 

हेलीकाप्टर के लैंड होने से कुछ मिनट पहले एक कुत्ता सुरक्षा घेरे में घुसकर एक गाड़ी के नीचे जाकर बैठ गया। सुरक्षा कर्मियों की नजर पड़ते ही हड़कंप मच गया। आनन-फानन में कुत्ते को पकड़कर सुरक्षा घेरे से बाहर किया गया। इसकी पुनरावृत्ति दोबारा तब हुई, जब लौटते वक्त सुश्री मायावती पार्टी पदाधिकारियों से मुलाकात कर रही थीं लेकिन उनके आने से पहले फिर सुरक्षा कर्मियों ने मुस्तैदी दिखाते हुए सुरक्षा घेरे में घुसे कुत्ते को बाहर कर दिया।

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