लॉकडाउन में ड्यूटी निभा रहा वर्ल्ड चैम्पियन बॉलर, ICC ने किया सलाम
नई दिल्ली
2007 टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल में पाकिस्तान को भारत के खिलाफ आखिरी 4 गेंदों पर 6 रन चाहिए थे और उनकी जीत तय लग रही थी. तब पाकिस्तान के 9 विकेट गिरे चुके थे. ऐसे मुश्किल हालात में भारत के गेंदबाज जोगिन्दर शर्मा हीरो बनकर उभरे और हार के जबड़े से जीत छीनकर टीम इंडिया को वर्ल्ड कप की ट्रॉफी दिला दी.
जोगिन्दर शर्मा इन दिनों कोरोना वायरस खतरे के बीच लॉकडाउन में ड्यूटी निभा रहे हैं. जोगिन्दर शर्मा हरियाणा पुलिस में डीएसपी के पद हैं. मुश्किल हालात में जोगिन्दर का ऐसा जज्बा देखकर ICC ने उन्हें सलाम किया है.
आईसीसी ने जोगिन्दर शर्मा की तारीफ करते हुए ट्वीट किया, '2007 में टी-20 वर्ल्ड कप हीरो और 2020 में दुनिया के रियल हीरो. क्रिकेट करियर के बाद एक पुलिसकर्मी के रूप में भारत के जोगिंदर शर्मा वैश्विक स्वास्थ्य संकट के बीच अपना काम कर रहे हैं.’
इससे पहले जोगिन्दर शर्मा ने ट्वीट करते हुए कहा था कि मैं 2007 से हरियाणा पुलिस में डीएसपी हूं. इस समय एक अलग तरह की चुनौती सामने है. हमारी ड्यूटी सुबह छह बजे से शुरू हो जाती है जिसमें लोगों को जागरूक करना, बंद का पालन करना और चिकित्सा सुविधाएं देना शामिल है.'
जोगिन्दर शर्मा ने इंस्टाग्राम पर भी वीडियो शेयर करते हुए लोगों से घर में ही रहने की अपील की थी. बता दें कि भारत में अभी तक 1000 से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं. जबकि 25 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
2007 टी-20 वर्ल्ड कप का आखिरी ओवर: जोगिंदर VS मिस्बाह
पाकिस्तान को जीतने के लिए उस आखिरी ओवर में 13 रन चाहिए थे-
1.जोगिंदर ने पहली गेंद वाइड फेंकी.
– अगली गेंद, जो वाइड के बदले फेंकी गई, मिस्बाह चूक गए. रन नहीं बना.
2. इसके बाद जोगिंदर फुलटॉस फेंक गए, जिस पर मिस्बाह ने छक्का जड़कर पाकिस्तानी उम्मीदों को फिर जगा दिया.
3.इस गेंद ने भारत को झूमने का मौका दे दिया. मिस्बाह ने स्कूप शॉट खेलते हुए गेंद को शॉर्ट फाइन-लेग ओर उछाल दिया, जिसे श्रीसंत ने लपक लिया… यानी टीम इंडिया ने वर्ल्ड कप लपक लिया. और भारत ने पहला टी-20 वर्ल्ड कप 5 रनों से जीत लिया.