ले. जनरल राजू को मिली जम्मू कश्मीर की कमान

श्रीनगर
भारतीय सेना की रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण पंद्रहवीं कोर के नए प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बग्गवल्ली सोमशेखर राजू का मानना है कि अलगाववादी विचारों का समर्थन करने वालों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। नियंत्रण रेखा के समीप भारत के शत्रुओं के कुटिल इरादों पर अंकुश लगाना और युवाओं को साथ लेकर चलना लेफ्टिनेंट जनरल राजू के एजेंडे में शीर्ष पर है।

लेफ्टिनेंट जनरल के जे एस ढिल्लों से रविवार को कोर कमांडर का पदभार ग्रहण करने के बाद लेफ्टिनेंट जनरल राजू ने कहा कि कश्मीर घाटी में उनकी तैनाती घर लौटने के समान है। राजू इससे पहले नियंत्रण रेखा के पास ब्रिगेड की कमान संभाल चुके हैं और सेना की ‘विक्टर फोर्स’ का नेतृत्व कर चुके हैं।

लेफ्टिनेंट जनरल राजू ने पंद्रहवीं कोर की कमान संभालने के बाद कहा, 'सेना प्रत्येक नागरिक की दोस्त है और यह संदेश मेरे पूर्ववर्ती (लेफ्टि. जन. ढिल्लों) द्वारा पहुंचाया जा चुका है। मैं इस परंपरा को जारी रखने का पूरा प्रयास करूंगा।' आतंकवाद के मुद्दे पर लेफ्टिनेंट जनरल राजू ने कहा कि इस विषय पर टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी, लेकिन प्राप्त रिपोर्टों के आधार पर यह कहा जा सकता है कि आतंकवादी या अलगाववादी नियंत्रण में नहीं हैं।

उन्होंने कहा, 'मेरा मानना है कि अलगाववादी विचारों का समर्थन करने वालों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।' हिज्ब-उल-मुजाहिदीन आतंकी संगठन के पोस्टर बॉय बुरहान वानी को मार गिराने के बाद की परिस्थितियों में सेना की विक्टर फोर्स का नेतृत्व करने वाले लेफ्टि. जन. राजू का मानना है कि कुछ लोग युवाओं को पढ़ाई से विमुख रखना चाहते हैं।

उन्होंने कहा, 'मेरे कार्यकाल के दौरान सेना सरकार के अन्य अंगों के साथ मिलकर इस समस्या से प्रमुखता से लड़ेगी।' इससे पहले कश्मीर में अपने कार्यकाल के दौरान लेफ्टिनेंट जनरल राजू बच्चों को खेल और अन्य रचनात्मक गतिविधियों के जरिये यह समझाने में सफल रहे थे कि सेना सदैव नागरिकों के साथ है।

सीमापार की स्थिति पर पूछे जाने पर लेफ्टिनेट जनरल राजू ने कहा कि इसके संकेत मिले हैं कि पाकिस्तानी सेना आतंकवादियों को भारत में भेजने की फिराक में है। उन्होंने कहा, 'हम उन्हें माकूल जवाब देने और उनके कुटिल इरादों पर अंकुश लगाने के लिए तैयार हैं।'

 

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