लाखों लेकर चुकाने को तैयार नहीं रिटायर होने वाले बीयू प्रोफेसर
भोपाल
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में प्रशासनिक व्यवस्थाएं काफी लचर बनी हुई है। मार्च से बीयू में प्रोफेसरों का सेवानिवृत्त होना शुरू हो गया है। बीयू उनसे रिकवरी किए बिना ही उन्हें विदा कर रह है। इससे बीयू को लाखों रुपए की चपत लग रही है। मार्च और अप्रैल में तीन प्रोफेसर सेवानिवृत्त हो चुके हैं। चार प्रोफेसर नवंबर तक रिटायर हो जाएंगे।
बीयू में मार्च में आरडी सिंह अप्रैल में एसपी सान्याल और प्रदीप श्रीवास्तव रिटायर हो चुके हैं। ये सिलसिला नवंबर तक जारी रहेगा, जिसमें चार प्रोफेसर और रिटायर होंगे। चौकाने वाली बात ये है कि प्रोफेसरों ने विभाग में शैक्षणिक कार्य के साथ अपने व्यक्तिगत कार्यों के लिए बीयू से लाखों रुपए एडवांस के तौर पर लिए थे। एक-एक कर प्रोफेसर सेवानिवृत्त हो रहे हैं, लेकिन बीयू की तरफ से उनसे कोई रिकवरी नहीं की जा रही है। इससे बीयू के खजाने को लाखों रुपए की चपत लग रही है। जबकि नियमानुसर रिकवरी निकलने पर प्रोफेसर पेंशन लेने के पात्रता नहीं रख पाएंगे। सात प्रोफेसरों के सेवानिवृत्त के बाद उनकी संख्या घटकर 40 हो जाएगी। जबकि वर्तमान में बीयू में असिस्टेंट और एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर के करीब 83 पद मौजूद हैं। रिक्त पदों का ग्राफ बढ़ने का कारण बीयू में लंबे समय से शैक्षणिक पदों पर भर्ती नहीं होना है।
बीयू ने जारी किया पत्र
बीयू ने उक्त प्रोफेसरों को सेवानिवृत्त होने के पहले एक पत्र गत वर्ष अक्टूबर में दिया था। इसमें उन्हें प्रतिवेदन, नोड्यूश सहित अन्य दस्तावेज जमा करना है, ताकि उनके सेवानिवृत्त होने के बाद उन्हें पेंशन के लिए यहां-वहां परेशान नहीं होना पड़े। ये पत्र सूचना के आधार पर एक फिर जारी करने की बात भी कही गई थी। इसी दौरान उन्हें बताना होगा कि उनके खिलाफ कोई जांच चल रही है, तो उसकी वर्तमान में क्या स्थिति है। इसके आधार पर ही उनकी पेंशन निर्धारित होगी।
सेवानिवृत्त हो चुके प्रोफेसर
- आरडी सिंह आरपीईजी – मार्च
- एसपी सान्याल फिजिक्स – अप्रैल
- प्रदीप श्रीवास्तव पर्यावरण – अप्रेल
- सेवानिवृत्त होने वाले प्रोफेसर
- अश्विनी वांगनू पर्यावरण – मई
- कालिका यादव बीएड – जुलाई
- एमके श्रीवास्तव विधि – अगस्त
- एसएन चौधरी समाज शास्त्र – नवंबर
वर्जन
सेवानिवृत्त हुए और होने वाले प्रोफेसरों से लिए गए एडवांस ली गई राशि की जानकारी ली जा चुकी है। वे एडवांस राशि का समायोजन नहीं करेंगे, तो उन्हें पेंशन की पात्रता नहीं होगी।
अजित श्रीवास्तव, प्रभारी रजिस्ट्रार, बीयू