लसिथ मलिंगा की सचिन तेंदुलकर ने की खिंचाई
नई दिल्ली
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी के बीच क्रिकेट के फिर से शुरू होने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के नियमों के कारण लसिथ मलिंगा को अपनी गेंदबाजी का शैली में थोड़ा बदलाव लाना पड़ सकता है। कोरोना वायरस महामारी की वजह से मार्च के मध्य से सभी क्रिकेट गतिविधियों पर ब्रेक लगा हुआ है। इस महामारी के चलते कई बड़ी सीरीज और टूर्नामेंट को स्थगित और रद्द करना पड़ा है। अब जुलाई में वेस्टइंडीज के इंग्लैंड दौरे से इंटरनेशनल क्रिकेट की शुरुआत होने जा रही है। इस सीरीज के साथ ही बाकी देशों में भी क्रिकेट के वापस लौटने को लेकर उम्मीद बढ़ी है। लेकिन क्रिकेट की वापसी के साथ ही इसमें कई नए नियमों को भी शामिल किया गया है।
'यॉर्कर मैन' के नाम से मशहूर श्रीलंकाई गेंदबाज लसिथ मलिंगा जब भी गेंद डालते हैं तो इसे डालने से पहले वह हर बार चूमते हैं। उनकी इस आदत पर अब सचिन ने रोक लगाने की बात की है। सचिन ने टि्वटर पर मलिंगा की एक फोटो पोस्ट की है। इस फोटो में मलिंगा अपनी गेंदबाजी मार्क को शुरू करने के समय गेंद को चूमते हुए दिखाई देते हैं।
सचिन तेंदुलकर ने इस फोटो के साथ कैप्शन में लिखा, “एक खिलाड़ी को आईसीसी के नियमों के बाद अपनी रन-अप रूटीन को भी बदलना होगा! क्या कहते हैं माली?” महान भारतीय बल्लेबाज ने इस फोटो को मलिंगा के साथ टैग भी किया है और उनसे पूछा है कि वह इस बारे में क्या सोचते हैं।
बता दें कि आईसीसी ने गेंद को चमकाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है। लार के प्रतिबंध को लेकर कई पूर्व और वर्तमान खिलाड़ियों ने सवाल उठाए हैं। इन खिलाड़ियों का कहना है कि लार के बिना क्रिकेट सिर्फ बल्लेबाजों का खेल बनकर रह जाएगा। हालांकि, इन आलोचनाओं पर आईसीसी की क्रिकेट समिति के अध्यक्ष अनिल कुंबले ने कहा था कि गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध अंतरिम कदम है और कोविड-19 महामारी से जुड़ी स्थिति नियंत्रित होने पर चीजें दोबारा सामान्य हो जाएंगी।
अनिल कुंबले ने स्टार स्पोर्ट्स के शो 'क्रिकेट कनेक्टेड' में कहा था, ''यह सिर्फ अंतरिम उपाय है और उम्मीद करते हैं कि कुछ महीनों या एक साल में चीजें नियंत्रित होंगी और मुझे लगता है कि चीजें पहले की तरह सामान्य होंगी।'' लार पर प्रतिबंध को लेकर गेंदबाजों ने मिश्रित प्रतिक्रिया दी है। कुछ का कहना है कि इससे निश्चित तौर पर स्विंग हासिल करने पर असर पड़ेगा, लेकिन अधिकांश ने इससे इस्तेमाल से होने वाले संभावित स्वास्थ्य जोखिम को स्वीकार किया है।