लता मंगेशकर अब भी ICU में, अस्पताल में गाने ही बन रहे उनकी ताकत
मुंबई
भारत की स्वर कोकिला लता मंगेशकर पिछले दो दिनों से मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल के आईसीयू में हैं। सांस लेने में परेशानी होने पर उन्हें सोमवार रात में भर्ती कराया गया था। उनके गानों के देश ही नहीं दुनियाभर में करोड़ों प्रशंसक हैं। लगभग तीन पीढ़ियां उनके गानों को सुनते हुई बड़ी हुई है। लता ने गाना भले बंद कर दिया था पर वह ट्विटर पर लोगों से लगातार जुड़ी हुई थीं। उनके ट्वीट अकसर आते रहते थे लेकिन 10 नवंबर के बाद से उनका ट्विटर हैंडल भी खामोश है। देशभर में लोग उनके जल्द ठीक होने के लिए दुआएं कर रहे हैं। गौर करने वाली बात यह है कि आईसीयू में जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहीं लता के लिए उनकी गायकी ही इस समय सबसे बड़ी ताकत बन रही है।
दरअसल, लता मंगेशकर को फेफड़ों में इन्फेक्शन है और डॉक्टर लगातार कोशिश कर रहे हैं कि इसे फैलने से रोका जाए। अच्छी बात यह है कि गायिका होने की वजह से उनके फेफड़े मजबूत हैं और ऐसे में वह बीमारी से लड़ पा रही हैं। परिवारवाले भी कह रहे हैं कि वह एक योद्धा हैं और जल्द ही घर आ जाएंगी। पूरा देश भी प्रार्थना कर रहा है कि लता मंगेशकर जल्दी ठीक होकर घर लौट आएं।
"पैरामीटर्स अच्छे हैं। सच कहें तो लता जी ने बहुत अच्छी लड़ाई लड़ी और वह उबर रही हैं। एक गायिका होने की वजह से उनके फेफड़ों की क्षमता मददगार रही है। वह सच में एक योद्धा हैं। जब लता जी को अस्पताल से छुट्टी मिलेगी और वह घर वापस आएंगी तो हम सब को इसकी जानकारी देंगे।"
-लता के परिवार की ओर से बयान
इंटरनल मेडिसिन फिजिशन डॉ. प्रतित समदानी ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को मंगलवार को बताया था कि लता मंगेशकर के बाएं वेंट्रिकुलर में समस्या है और वह न्यूमोनिया से भी पीड़ित हैं। उनकी हालत नाजुक है, लेकिन कुछ सुधार जरूर हुआ है। डॉक्टरों का कहना है कि लेफ्ट वेंट्रिकल सबसे ज्यादा हार्ट की पम्पिंग पावर की सप्लाइ करता है और नॉर्मल फंक्शन के लिए यह सबसे ज्यादा जरूरी है। इस हालत में दिल के बाएं हिस्से को ज्यादा काम करना होता है। ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल ने इससे ज्यादा जानकारी नहीं दी है।
आपको बता दें कि हिंदी, क्षेत्रीय और विदेशी भाषाओं में हजारों गीतों को अपनी आवाज दे चुकीं लता मंगेशकर ने इस वर्ष अपना आखिरी गीत ‘सौगंध मुझे इस मिट्टी की’ रिकॉर्ड किया था, जो 30 मार्च को रिलीज हुआ था। उन्हें 2001 में सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न प्रदान किया गया था।