लखनऊ से अयोध्या तक सुरक्षा व्यवस्था जोन-सेक्टर में बटी

 लखनऊ 
अयोध्या मामले पर फैसले को देखते हुए यूपी पुलिस ने सुरक्षा बेहद कड़ी कर दी है। इसी कड़ी में अयोध्या में जहां सुरक्षा कड़ी की गई है वहीं लखनऊ से अयोध्या के बीच के अलावा अन्य हाइवे पर भी पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है। अयोध्या के अंदर तीन जोन को 21 सेक्टर और 35 सब सेक्टर में बांटकर सुरक्षा बढ़ाई गई। साथ ही मथुरा व काशी में भी कप्तानों को विशेष सुरक्षा व्यवस्था करने को कहा गया है।

आईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि केवल अयोध्या में ही 10 कम्पनी पीएसी, छह कम्पनी आरएफ, 12 कम्पनी अर्द्धसैनिक बल तैनात कर दिया गया है। इसके अलावा वहां 1200 सिपाही, 250 सब इंस्पेक्टर, 150 इंस्पेक्टर, 20 डिप्टी एसपी, 11 एएसपी सुरक्षा में लगे हुए हैं। रेड और येलो जोन के बीच बैरीकेडिंग पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वहीं होमगार्ड मुख्यालय ने बताया कि 1500 होमगार्ड भी अयोध्या के लिये रवाना कर दिये गए हैं। इसके अलावा लखनऊ व आस पास के जिलों में भी होमगार्ड सुरक्षा डयूटी पर लगा दिये गए हैं। उधर लखनऊ से भेजे गए आईजी आशुतोष पाण्डेय ने गुरुवार को अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था को परखा और वहां पर कई निर्देश भी दिये।

जेलों की सुरक्षा बढ़ायी, छुट्टियां निरस्त
शासन के आदेश पर जेलों की सुरक्षा व्यवस्था भी कड़ी कर दी गई है। खासकर उन जेलों में अतिरिक्त पुलिस और पीएसी बल तैनात कर दिया गया है जहां पाकिस्तान व बांग्लादेश के आतंकी और कश्मीर के अलगाववादी बंद है। जेल अधीक्षकों को भी कई तरह के निर्देश देकर लगातार मानीटरिंग करने को कहा गया है। वहीं जेलकर्मियों की भी सभी छुट्टियां निरस्त कर दी गई है। जो लोग छुट्टी पर थे, उन्हें अविलम्ब डयूटी पर लौटने को कहा गया है। सीसी कैमरे के जरिए अधिकारी लगातार नजर रख रहे हैं।

इन जेलों में खासी चौकसी
सूबे की जेलों में पाकिस्तान के 14 आतंकी समेत बांग्लादेश, नाइजीरिया, रोमानिया, नेपाल के 56 आतंकी और कश्मीर के 236 अलगाववादी बंद हैं। इनके खिलाफ देशद्रोह, विस्फोटक अधिनियम समेत आतंकी गतिविधियों के अलावा फर्जी पासपोर्ट, जालसाजी के कई मामले दर्ज हैं। शातिर अपराधियों के अलावा कश्मीर के 236 अलगाववादी बंद हैं। लखनऊ की जिला जेल में सबसे ज्यादा 30 आतंकी और 23 कश्मीरी अलगाववादी बंद हैं। इसके अलावा सेंट्रल जेल नैनी, वाराणसी, आगरा, बेरली, फतेहगढ़ के अलावा जिला जेल अम्बेडकरनगर, अलीगढ़, मुरादाबाद, कानपुर, बिजनौर, गाजियाबाद, गोरखपुर, गौतमबुद्धनगर की जेलों में आतंकी, अलगावादी समेत शातिर अपराधियों के होने की वजह से खासी चौकसी रखी जा रही है। प्रभारी डीजी व अपर महानिरीक्षक जेल डॉ. शरद ने बताया कि प्रदेश की 25 संवेदनशील जेलों में निगरानी के लिए पुलिस और पीएसी लगायी गई है। यह जवान कैदियों से लेकर इनसे मिलने वाले लोगों की तलाशी ले रहे हैं, साथ ही सुरक्षा की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं।

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