लंबे शॉट से डरकर अच्छे स्पिनर नहीं बन सकते: कुलदीप यादव
नई दिल्ली
चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव का मानना है कि एक अच्छा स्पिनर बनने के लिए अपनी गेंदबाजी पर लगने वाले बड़े-बड़े शॉट से नहीं डरना चाहिए। कलाई के जादूगर कुलदीप को साल 2018 में वनडे और टी20 में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए क्रिकइंफो अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। कुलदीप ने क्रिकइंफो को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘मेरे कोच ने करियर की शुरुआत से ही मुझे विकेटों के बीच गेंदबाजी करने और बल्लेबाज को छक्के मारने की चुनौती देने के लिए कहा था। इसलिए, यह डर निकल गया कि अगर मैं विकेटों के बीच गेंदबाजी करता हूं तो बड़े-बड़े शॉट लगेंगे। अगर आप इस डर को पीछे छोड़कर केवल विकेट लेने की नहीं सोचते हैं तो आप अच्छे स्पिनर नहीं बन सकते।’
कानपुर के 24 वर्षीय गेंदबाज को हाल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई टी20 सीरीज से आराम दिया गया था। हालांकि शनिवार से शुरू होने वाले 5 मैचों की वनडे सीरीज के लिए वह टीम का हिस्सा होंगे। कुलदीप ने अपनी गेंदबाजी के रहस्य को लेकर कहा, ‘मैं नेट में गेंदबाजी का ज्यादा अभ्यास नहीं करता हूं। मैं भारतीय टीम के नेट में गेंदबाजी करता हूं, लेकिन उसके अलावा मैं अपने ड्रिल्स और सिंगल विकेट के साथ गेंदबाजी ही करता हूं। मैं मुश्किल से 5 ओवर भी नहीं करता और नेट में केवल स्टंप्स पर गेंदबाजी करता हूं।’
कुलदीप ने भारत के लिए अब तक 6 टेस्ट, 39 वनडे और 18 टी20 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने क्रमश: 24, 77 और 35 विकेट चटकाए हैं। अपनी गेंदबाजी ड्रिल और तैयारी के बारे कुलदीप ने कहा, ‘मैं मैदान पर काफी सोचता हूं, जब मैं खेल नहीं रहा होता हूं तब भी। जाहिर है कि मैं बल्लेबाज की ताकत और कमजोरी को पकड़ने के लिए विडियो देखता हूं, लेकिन मैं यह नहीं सोचता कि अगर मैं वहां गेंद करूंगा तो शॉट लगेंगे।’ कुलदीप और युजवेंद्र चहल मौजूदा समय में ऐसे स्पिनर हैं, जो भारतीय टीम के स्पिन विभाग को संभाले हुए हैं। कुलदीप ने चहल के साथ अपनी साझेदारी को लेकर कहा, ‘जब आप लंबे समय तक एक साथ खेलते हैं तो आपको अपने पार्टनर से बहुत कुछ सीखने को मिलता है। मैंने भी उनसे काफी कुछ सीखा है। जब भी हम साथ खेलते हैं तो अच्छा करने की कोशिश करते हैं।’