रीवा के वीर सपूत दीपक सिंह के चरणों में श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं: सीएम
भोपाल
भारत और चीन के सैनिकों के बीच लद्दाख स्थित एलएसी पर गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में मध्य प्रदेश के जवान दीपक कुमार शहीद हो गए थे. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रीवा पहुंच कर शहीद दीपक कुमार के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
सीएम ने कहा, 'गलवान वैली में शहीद हुए रीवा के वीर सपूत दीपक सिंह के चरणों में श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. आज रीवा का यह फरेंदा गांव धन्य हो गया. इस गांव में एक ऐसे सपूत दीपक सिंह ने जन्म लिया, जिन्होंने भारत माता की अखण्डता और सम्प्रभुता की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान कर दिया.
इसके साथ शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा जैसा कहा गया है कि लोकल सामानों का उपयोग करें और चीनी सामानों का बहिष्कार करें, हम सबको ऐसा करना चाहिए. सीएम ने का कि मैं प्रदेशवासियों से अपील करता हूं कि चीन में बने सभी सामानों का बहिष्कार करें. हमारी सेना बॉर्डर चीन को जवाब दे रही है और हम सब मिलकर चीन को आर्थिक रूप से कमजोर करने का काम करें. इस दौरान सीएम के साथ भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और रीवा विधायक राजेन्द्र शुक्ल पहुंचे. जबकि शहीद जवान की अंतिम यात्रा में काफी संख्या में लोग शामिल हुए.
मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा, प्रदेश सरकार की ओर से हमने फैसला किया है कि शहीद दीपक सिंह के परिजनों को एक करोड़ रुपये सम्मान निधि दी जायेगी. उनकी धर्मपत्नी को शासकीय सेवा में लिया जायेगा.एक मार्ग का नामकरण उनके नाम पर होगा और गांव में उनकी प्रतिमा भी स्थापित की जायेगी.
मालूम हो कि लद्दाख सीमा पर गलवान में हुए हिंसक झड़प में जो 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए उनमें रीवा के एक दीपक सिंह भी थे. वो रीवा के मनगंवा के फरेंदा गांव के रहने वाले थे और बिहार रेजिमेंट में पदस्थ थे. बेटे की शहाद की खबर सबसे पहले उनके पिता को मिली थी. करीब 6 महीने पहले ही दीपक की शाद हुई थी. शहीद दीपक के बड़े भाई प्रकाश सिंह भी सेना में हैं. प्रकाश का कहना था कि अभी 12 दिन पहले ही उनकी अपने भाई से बात हुई थी. दीपक ने वादा किया था कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद वो घर आएंगे.