राहुल का केंद्र पर हमला- पहले ही गंभीरता से लेना चाहिए था कोरोना वायरस के संकट को
नई दिल्ली
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कोरोना वायरस की वजह से उत्पन्न संकट से निपटने के लिए सरकार की तैयारियों पर सवाल खड़े करते हुए मंगलवार को कहा कि इस वायरस के खतरे को पहले ही गंभीरता से लेना चाहिए था। उन्होंने मास्क एवं ग्लव्स की कमी से जुड़े, एक चिकित्सक के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कहा, ''मुझे दुख हो रहा है क्योंकि इस स्थिति से बचा जा सकता था।'' गांधी ने कहा, '' हमारे पास तैयारी का समय था। हमें इस खतरे को ज्यादा गंभीरता से लेना चाहिए था और बेहतर तैयारी कर लेनी चाहिए थी।''पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस चिकित्सक के ट्वीट का हवाला देते हुए कहा, ''प्रधानमंत्री जी, कोरोना वायरस से लड़ने की आपकी रणनीति में यही गलती है। चिकित्सकों एवं नर्सों को ताली नहीं, स्वास्थ्य सुरक्षा से जुड़े उपकरणों की जरूरत है।" उन्होंने कहा कि सरकार को चिकित्सा कर्मियों की आवाज सुननी चाहिए।
बताते चलें कि विश्व में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या तीन लाख के पार पहुंच चुकी है। इटली से लेकर भारत और अमेरिका तक की सरकारों ने महामारी को फैलने से रोकने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। भारत सहित दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए रविवार को करीब एक अरब लोग घरों में बंद रहे। वहीं, घातक संक्रमण से मरने वालों की तादाद बढ़कर 13,000 के पार पहुंच गई है। इस वैश्विक महामारी से सबसे बुरी तरह से प्रभावित इटली में कारखाने बंद कर दिए गए हैं। दुनियाभर के 170 देशों में रविवार को कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 308,130 है।
चीन में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) के 78 नए मामले सामने आए हैं, जिसमें से 74 लोग विदेश से आए थे। नए मामलों के बाद चीन में भय का माहौल है कि संक्रमण का दूसरा चरण शुरू न हो जाए। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के अनुसार चीन के हुबेई प्रांत में सोमवार को कोरोना से सात लोगों की मौत हुई। गौरतलब है कि गत वर्ष दिसंबर के आखिर में चीन के हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान से कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले शुरू हुए थे और अब यह विश्व के अधिकांश देशों में अपने पांव पसार चुका है। चीन में कोरोना के कारण अब तक 3270 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 81093 संक्रमित हैं।
बता दें कि कोरोना की इस तबाही के बीच चीन के हालातों में सुधार की खबर आई थी। दरअसल सोमवार तक वुहान में पांचवे दिन भी कोरोना वायरस का कोई मामला सामने नहीं आया। हालांकि, विदेश से आए 39 और लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। चीन का वुहान वही शहर है, जहां दिसंबर महीने में सबसे पहले कोरोना वायरस का मरीज मिला था। कोरोना के चलते चीन ने वुहान में कड़े कदम उठाए थे। चीन ने वुहान की तरकीबन 56 मिलियन जनता को घरों में लॉकडाउन कर दिया था। माना जा रहा है कि इसी के चलते कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या में कमी आई है। वहीं, इस महीने की शुरुआत में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी वुहान का दौरा किया था और स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया था।