यूपी कांग्रेस में भी हलचल तेज, अदिति के बाद राज बब्बर के गायब रहने पर उठे सवाल

 
लखनऊ

हरियाणा और मुंबई के बाद यूपी कांग्रेस में भी हलचल तेज हो गई है। गांधी जयंती के मौके पर यूपी विधानसभा के विशेष सत्र में कांग्रेस के बहिष्कार के बावजूद भी विधायक अदिति सिंह ने इसमें शामिल होकर सबको हैरान कर दिया था। इसके एक दिन बाद उन्हें Y+ सुरक्षा मिलते ही उनके पार्टी छोड़ने की चर्चा भी तेज हो गई है। वहीं यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर और यूपी कांग्रेस की वरिष्ठ नेता अनु टंडन के भी पैदल मार्च में भी शामिल न होने से सवाल उठ रहे हैं।
बता दें कि जिस दिन यूपी का विशेष विधानसभा सत्र आयोजित किया गया, उसी दिन लखनऊ में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी योगी सरकार के खिलाफ पैदल मार्च कर रही थीं। अदिति सिंह पैदल मार्च से नदारद रहीं और विधानसभा सत्र में शामिल होकर विकास के मुद्दे पर बात कही। यही नहीं उन्होंने योगी सरकार की कुछ योजनाओं की भी तारीफ की।

अदिति को मिली वाई श्रेणी की सुरक्षा
सत्र के बाद अदिति सिंह ने सीएम योगी आदित्यनाथ से उनके कमरे में भी मुलाकात की, इससे उनके बीजेपी में जाने की चर्चा और तेज हो गई। गुरुवार को अदिति को वाई प्लस सुरक्षा भी मिल गई। यह पहली बार नहीं था जब अदिति ने पार्टी लाइन से अलग जाकर कदम उठाया हो। इससे पहले भी उन्होंने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 के अधिकतर प्रावधान खत्म किए जाने पर केंद्र सरकार के फैसले का समर्थन किया था।

पैदल यात्रा में राज बब्बर भी शामिल नहीं हुए
अदिति के अलावा कांग्रेस की पैदल यात्रा से यूपी कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर की अनुपस्थिति ने भी लोगों का ध्यान खींचा। सत्ता के गलियारे में भी तरह-तरह की कयासबाजी शुरू होने लगी। हालांकि यूपी कांग्रेस के प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने स्पष्ट किया है कि राज बब्बर के 2 अक्टूबर के दिन विदेश में होने की वजह से वह इस यात्रा में शामिल नहीं हो सके। वहीं अनु टंडन भी अपने क्षेत्र के कार्यक्रम में व्यस्त थीं। इस वजह से वह इस पदयात्रा में शामिल नहीं हो सकीं।

यूपी कांग्रेस अध्यक्ष पद की लड़ाई तेज
इसके पीछे दूसरी वजह यूपी कांग्रेस का अध्यक्ष पद बताया जा रहा है। चर्चा है कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश में बड़े बदलाव की दिशा में तैयारी कर रही है और इसके बाबत ही नए प्रदेश अध्यक्ष की तलाश भी शुरू हो गई है। इसके लिए कांग्रेस विधायक अजय कुमार लल्लू और पूर्व सांसद जितिन प्रसाद के नाम सामने आ रहे हैं। खास बात यह है कि यही दोनों नेता कांग्रेस की पैदल यात्रा के दौरान संघर्ष करते नजर आए थे। दोनों ही नेता अध्यक्ष पद के दावेदार माने जा रहे हैं।

अजय कुमार लल्लू और जितिन प्रसाद के नाम की चर्चा
सोनभद्र नरसंहार के बाद प्रियंका गांधी के दौरे के पीछे कुशीनगर से विधायक अजय कुमार लल्लू की बड़ी भूमिका मानी जाती है। पिछले दिनों अजय कुमार लल्लू का नाम अध्यक्ष पद के लिए बिल्कुल तय माना जा रहा था लेकिन ऐन मौके पर पार्टी के हाई कमान ने फैसले पर रोक लगा दी थी। इस दौरान जितिन प्रसाद का नाम भी सामने आने लगा। उनके नाम का प्रदेश अध्यक्ष पद की दावेदारी में पहले भी चल चुका है। वह पार्टी का ब्राह्मण चेहरा भी माने जाते हैं।

निरुपम बोले- ऐसे बर्बाद हो जाएंगी कांग्रेस
उधर हरियाणा के बाद मुंबई कांग्रेस में बगावत के सुर तेज हो गए हैं। मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष रह चुके संजय निरुपम ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा है कि पार्टी के अंदर सिस्टमैटिक फॉल्ट हो गया है। अगर ऐसे ही चलता रहा तो कांग्रेस तबाह हो जाएगी। बता दें कि मुंबई में टिकट बंटवारे को लेकर संजय निरुपम नाराज चल रहे हैं। उन्होंने चुनाव प्रचार न करने का भी फैसला किया है।
 

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