‘मैं भी चौकीदार’ कैंपेन: पीएम ने बताया, फिर आई मोदी सरकार तो क्या होंगे उनके प्लान
नई दिल्ली
देश के 500 स्थानों पर 'मैं भी चौकीदार' कैंपेन के तहत विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर सत्ता में आने पर अपनी सरकार का प्लान भी बताया। दरअसल, इस आम चुनाव में पहली बार मतदान करने जा रही अरुणाचल की एक छात्रा ने पूछा कि आखिर हम आपको वोट क्यों दें? आपको बताना चाहिए कि अगले 5 साल में आपकी सरकार क्या करेगी? इस पर पीएम मोदी ने कहा कि अब तक हमने देश की व्यवस्था में गड्ढों को भरने का काम किया है और अब आगे आकांक्षाओं को पूरा करेंगे।
भ्रष्टाचारियों को जेल के दरवाजे पर लाए, अब आगे ऐक्शन
मुख्य तौर पर किसानों की आय को दोगुनी करने की बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हम 2022 तक इस लक्ष्य को हासिल कर लेंगे। पीएम ने कहा, 'मैं 2014 से 2019 तक कुछ लोगों को जेल के दरवाजे तक ले गया हूं। आने वाले समय में देश के लोगों को लूटने वालों के प्रति और सख्ती बरतने का काम करेंगे। देश को 5 ट्रिलियन इकॉनमी बनाने की ओर ले जाना है। इसके अलावा भारत के एजुकेशन सिस्टम को ग्लोबल बेंचमार्क पर ले जाना है। इस बार के मेरे 5 साल गड्ढे भरने में लग गए। अब अगले 5 साल तक देश को रफ्तार पकड़ाने का काम करूंगा।'
नेहरू-गांधी परिवार को बताया गरीबी के लिए जिम्मेदार
पीएम मोदी ने अपने लक्ष्य गिनाने के साथ ही विपक्ष के चुनावी वादों पर भी वार किया। पीएम मोदी ने एक संत और उसके शिष्य की कहानी सुनाते हुए कहा कि आप लोगों को उनके टेप रिकॉर्ड की बजाय ट्रैक रिकॉर्ड को देखना चाहिए। नेहरू-गांधी पर परिवार सीधा हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उनकी 4 पीढ़ियों ने शासन किया और देश में गरीबी बढ़ती चली गई। नरेंद्र मोदी ने कहा, 'देश के पहले प्रधानमंत्री ने गरीबी को दूर करने का वादा किया और गरीबी बढ़ाते गए। फिर उनकी बेटी आई और गरीबी मिटाने का नारा देकर गरीबी बढ़ाई। फिर बेटी के बेटे ने ऐसा किया और फिर उस बेटे की पत्नी ने रिमोट सरकार चलाकर गरीबी बढ़ाई। अब शाहजादे आए हैं और गरीबी मिटाने की बात कर रहे हैं।' पीएम मोदी ने कहा कि हमें ऐसे लोगों से निपटना होगा।
गुरु-चेले की कहानी सुनाकर किया कांग्रेस के वादों पर वार
पीएम मोदी ने एक कहानी सुनाते हुए कहा, 'एक संत महात्मा थे। उनकी अपनी एक पहुंच थी। किसी ने विदेश में उनकी बहुत तारीफ सुनी थी तो उसने उनसे पत्र व्यवहार किया और भारत आया। वह आया तो उसे गुरुजी के शिष्यों ने फाइव स्टार होटल में रखा। वह मजे से रहने लगा और आश्रम के लोग पैसे दे रहे थे। लेकिन, गुरु से शिक्षा नहीं ले रहा था और मौज कर रहा था। इसके बाद वह काफी दिनों बाद बैठा रहा। गुरु मंत्र लेने से बचता रहा। अंत में एक दिन गुरुजी के शिष्यों ने कहा कि आज गुरु मंत्र ले लो वरना फिर मौका नहीं मिलेगा। अंत में उसने थक-हारकर गुरु मंत्र लिया। गुरु ने जब मंत्र दिया तो चेलों ने कहा कि आपको दक्षिणा देनी चाहिए। वह हिलता ही नहीं था। सबने दबाव डाला कि आपको दक्षिण देनी चाहिए। इसके बाद वह खड़ा हुआ और गुरुजी के कान में कुछ कहा और फिर बैठ गया। होटल चला गया तो चेलों ने कहा कि आपने गुरुजी को क्या दिया। उसने कहा कि उन्होंने मुझे कान में कहा था कि आपको मोक्ष दिया तो मैंने उनके कान में कहा कि आपको वॉशिंगटन और न्यू यॉर्क दिया।'