मेहंदी का रंग ही गहरा नहीं करता है ये आयुर्वेदिक तेल, जुओं से लेकर बालों की खुजली का करता है इलाज

नीलगिरी के तेल के बारे में आपने सुना होगा कि ज्‍यादात्तर लोग इस तेल का उपयोग मेहंदी का रंग लाने के लिए करते है या घुटने का दर्द दूर करने के ल‍िए करते हैं। नीलगिरी का तेल बहुत ही गुणों से भरपूर होता है। ये जोड़ों का दर्द दूर करने के अलावा बालों की चमक बढ़ाने का भी काम करता है। नीलगिरी का तेल बालों की हर समस्‍या के ल‍िए अमृत समान है।

ये बालों से जुड़े इंफेक्‍शन और जुओं का इलाज करता है। आयुर्वेद में भी इस तेल के कई फायदों के बारे में जिक्र किया हुआ है। आइए जानते है कि इसके फायदों के बारे में।

जुओं का करें खात्‍मा
नीलगिरी के तेल में खटमल और जुएं मारने के खास गुण मौजूद होते हैं। पुराने समय में बालों में जुएं हो जाने पर इस तेल को प्राकृतिक कीटनाशक के तौर पर इस्‍तेमाल किया जाता था। इसे बालों में कुछ घंटे तक लगाकर छोड़ दे इसके बाद शैम्‍पू कर लें। जुएं धीरे-धीरे करके खुद मर जाएंगी और बालों में भी आपको पहले से ज्‍यादा चमक द‍िखेगी।

जड़ों की सफाई करें
नीलगिरी का तेल बालों की जड़ों की सफाई करने के साथ वहां नमी बढ़ाने के साथ ही बालों को बढ़ाता है। इसे शैम्‍पू के साथ मिलाकर लगाने से बालों की जड़ों में होने वाली खुजली खत्‍म हो जाती है। इसके ल‍िए किसी शैम्‍पू में आधा चम्‍मच नीलगिरी का तेल मिलाकर हेयरवॉश करें।

बालों की चमक लौटाएं
प्रदूषण और गर्मी के वजह से बालों की जड़े कमजोर होने लगती है। इससे धीरे-धीरे बाल कमजोर होने लगते हैं। बालों की वास्‍तविक चमक खोने लगती है। कई विशेष बालों की खोई हुई चमक लौटाने के ल‍िए नीलगिरी का तेल लगाने की हिदायत देते है। इसे घंटों तक बालों में लगाकर छोड़ दे फिर किसी अच्‍छे शैम्‍पू से बाल धो लें। शाइनी और सिल्‍की हेयर के ल‍िए 2 चम्‍मच नीलगिरी के तेल में 2 चम्‍मच ऑल‍िव ऑयल मिलाकर बालों में लगाकर अच्‍छे से मसाज करें। इसके बाद बालों को धों लें। एक दो हफ्ते के बाद आपको बालों में चमक दिखने लगेगी।

अरोमा थैरेपी के ल‍िए करें इस्‍तेमाल
कई अरोमाथैरेपिस्‍ट नीलगिरी तेल का उपयोग करते हैं। इस तेल की मीठी-मीठी महक लेने से शरीर को आराम मिलता है। नहाने के पानी में इस तेल के कुछ बूंदे मिलाकर नहाने से आपको आराम की अनूभूति होती है। इसके साथ मसल्‍स रिलेक्‍स होती है और आपको बहुत ताजगी सा महसूस होता है।

घर पर ऐसे करें तैयार
– नीलगिरी पेड़ की ताजा पत्तियां इकट्ठी करें।

– इन पत्तियों को पानी में अच्‍छी तरह धोने के बाद सूखने दें, इसके लिए आप कपड़े का भी उपयोग कर सकते हैं।

– सूखने के बाद इसकी पत्ति‍यों के टुकड़े-टुकड़े कर लें।

– यदि आप इस तेल को और अधिक प्रभावी बनाना चाहते हैं तो इसमें अन्‍य – जड़ी-बूटीयों को भी मिलाया जा सकता है।

– अब गैस में सूखे और साफ बर्तन को धीमी आंच पर रखें और इसमें किसी भी एक कैरियर ऑयल जैसे नारियल का तेल, जोजोबा ऑयल, ऑलि‍‍व या कैस्‍टर ऑयल को नीलगिरी की पत्तियों को डालें। आप इस बर्तन को ढक दें।

– इस तरह से आप इसे कम से कम 6 घंटों तक रखें।

– इसके बाद आप इस तेल को ठंडा करें और किसी छन्‍नी की सहायता से छान लें।

– आप इस तेल को किसी हवा बंद जार में भरकर किसी अंधेरी और ठंडी जगह पर रखें। आपका नीलगिरी तेल तैयार है।

 

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