मुलायम और तिवारी के सुरक्षा दस्ते में रहे हैं आगरा सीट के भाजपा प्रत्याशी बघेल
इटावा
उत्तर प्रदेश की आगरा सुरक्षित संसदीय सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी प्रो. सत्यपाल सिंह बघेल राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी और मुलायम सिंह यादव के सुरक्षा दस्ते में भी रहे हैं। ताजनगरी की लोकसभा सीट पर प्रो. बघेल को मौजूदा सांसद डॉ. रामशंकर कठेरिया की जगह भाजपा ने इस बार अपना उम्मीदवार बनाया है। वह अभी उत्तर प्रदेश सरकार में पशुधन विभाग के मंत्री हैं। उन्हें समाजवादी पार्टी (सपा) ने 1998 में जलेसर सीट से चुनाव जिताकर लोकसभा भेजा लेकिन मुलायम से अनबन के बाद वह उनसे दूर हो गये।
सियासत में एसपी सिंह बघेल के तौर पर वह मशहूर हैं और प्रदेश के औरैया जिले के भटपुरा गांव के मूल निवासी है। प्रो. बघेल की बहन पद्मा के अनुसार उनके भाई पुलिस में सब इंस्पेक्टर थे और उसके बाद उनकी प्रतिभा को देखकर सपा उन्हें राजनीति में लायी। उच्च शिक्षा ग्रहण कर वह 1993 में आगरा कॉलेज में सैन्य विज्ञान के प्रोफेसर बने। 1999 और 2004 में भी प्रो. बघेल चुनाव जीते और फिर 2010 में बसपा ने उन्हें राज्यसभा भेजा और पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव भी बनाया। वर्ष 2014 में वह सपा के महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय के मुकाबले फिरोजाबाद सीट से चुनाव लड़े और हार गये।
प्रो. बघेल ने उस वक्त जबरन चुनाव हरवाने का आरोप लगाया था। जिसके बाद उन्होंने राज्यसभा से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थामा। भाजपा में वह पिछड़ा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे और 2017 में टूण्डला विधानसभा सीट से जीत दर्ज करने के बाद योगी सरकार में मंत्री बने। प्रो. एसपी सिंह बघेल के अनुसूचित जाति के प्रमाणपत्र को लेकर बखेड़ा भी हुआ था लेकिन कागजात उनके पक्ष में थे। 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें स्टार प्रचारक बनाया था।