मुख्यमंत्री शामिल हुए यादव समाज के पारिवारिक मिलन एवं प्रतिभा सम्मान समारोह में
रायपुर
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि राऊत समाज गौ-पालन को अपने आर्थिक स्वावलम्बन का जरिया बनाएं। गौ-पालन इस समाज का परम्परागत व्यवसाय है। गौ-पालन को बढ़ावा देना राज्य सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। मुख्यमंत्री श्री बघेल आज भिलाई सेक्टर-1 स्थित नेहरू सांस्कृतिक भवन में आयोजित यादव समाज के पारिवारिक मिलन एवं प्रतिभा सम्मान समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि राऊत समाज आर्थिक रूप से कमजोर समाज है, जो अपनी मेहनत के दम पर अपने परिवार का जीवनयापन करता है। सरकार ने यादव समाज को स्वावलंबी बनाने का निर्णय लिया है। अब यादव समाज को बरवाही पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। सरकार ने चारवाहों को मानदेय देने का निर्णय लिया है। गांवों के गौठानों को व्यवस्थित कर उनका सुदृढ़ीकरण किया जाएगा। गौ-पालन को बढ़ावा मिलने से गांवों की सूरत बदलेगी। गोबर से बायो गैस और जैविक खाद बनायी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली बार विधानसभा में राऊत यादव समाज से तीन प्रतिनिधि निर्वाचित होकर आए हैं।
मुख्यमंत्री श्री @bhupeshbaghel आज राजिम में शाकम्भरी महोत्सव में शामिल हुए। उन्होंने माता शाकम्भरी की पूजा-अर्चना की। आदर्श सामूहिक विवाह में नव विवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया । pic.twitter.com/4eFfKVmGKG
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) January 13, 2019
निर्वाचित होने वाले विधायकों में समाज सेवा के प्रति ललक और लगन है। उन्होंने कहा कि जब समाज का कोई व्यक्ति किसी पद पर पहुंचता है तो पूरे समाज को गर्व की अनुभूति होती है। सम्मानित पद पर पहुंचे व्यक्ति का दायित्व है कि वह समाज को एक दिशा और समाज के विकास में अपना सार्थक योगदान दे। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर शहीद स्वर्गीय श्री कौशल यादव और स्वर्गीय श्री चुम्मन यादव की माताओं को शॉल व श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भिलाई नगर विधायक श्री देवेन्द्र यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में यादव समाज को आर्थिक स्वावलंम्बन की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए योजना बनायी जा रही है। इस अवसर पर चंद्रपुर विधायक श्री रामपुकार यादव, खलारी विधायक श्री द्वारिकाधीश यादव, समाज के अध्यक्ष श्री संतु यादव सहित समाज के विभिन्न जिलों से आए समाज प्रमुखों एवं बड़ी संख्या में यादव समाज के लोग उपस्थित थे।