मुख्यमंत्री जनकल्याण सुपर पांच हजार संबल योजना शुरू
भोपाल
प्रदेश में भाजपा सरकार की सरकार बनने के बाद एक बार फिर श्रमिक हितैषी योजनाएं शुरू हो रही है। प्रदेश में असंगठित क्षेत्र के पंजीबद्ध श्रमिकों के दसवीं और बारहवीं में अध्ययनरत बच्चों के लिए मुख्यमंत्री जनकल्याण सुपर पांच हजार संबल योजना शुरू की जा रही है। इस योजना में दसवीं और बारहवीं की परीक्षाओं में विभिन्न संकायो की मेरिट सूची में पहले पांच हजार स्थान पर रहे बच्चों को राज्य सरकार पच्चीस हजार रुपए की मदद करेगी।
श्रम विभाग इस योजना का संचालन करेगा। इस योजना के तहत पंजीबद्ध असंगठित कर्मकार की ऐसी संतान जो माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित दसवीं और बारहवीं की वार्षिक परीक्षा में किसी शासकीय विद्यालय अथवा स्वाध्यायी विद्यार्थी के रूप में अध्ययन करते हुए संपूर्ण राज्य की मेरिट में अपने संकाय के सर्वोच्च पांच हजार बच्चों में शामिल होगा उन्हें आगे अध्ययन जारी रखने के लिए राज्य सरकार एकमुश्त एक बार में पच्चीस हजार रुपए की सहायता प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री जनकल्याण संबल योजना के अंतर्गत वैध परिचय पत्र धारी असंगठित श्रमिक के पुत्र अथवा पुत्री इस योजना के लिए पात्र होंगे। जिले में पदस्थ सहायक श्रमायुक्त, श्रम पदाधिकारी एवं सहायक श्रम पदाधिकारी इस योजना का संचालन करने में प्रमुख भूमिका निभाएंगे वे ही चयन और राशि की अंतिम रूप से मंजूरी प्रदान करेंगे।
ऐसे होगा चयन
पात्र हितग्राही माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा जारी मेरिट के प्रमाणपत्र सहित संबंधित विद्यालय जहां से दसवीं और बारहवीं उत्तीण की है वहां के प्राचार्य को इसके लिए आवेदन करना होगा। वहां से अनुशंसा प्राप्त होने पर संबंधित जिले के अधिकृत श्रम विभाग के पदाविहित अधिकारी द्वारा जांच के पश्चात पात्र पाए जाने पर हितग्राहियों का चयन किया जाएगा। श्रम विभाग के अधिकारी प्राप्त आवेदनों का परीक्षण कर इसे जनकल्याण पोर्टल पर दर्ज करेंगे और पोर्टल के माध्यम से ही मंजूरी प्रदान की जाएगी। पोर्टल पर स्वीकृत प्रकरणों में ईपीओ जनरेट किया जाएगा। इसके आधार पर प्रोत्साहन राशि डीबीटी के माध्यम से सीधे हितग्राही के खाते में अंतरित की जाएगी।