मायावती के दलित वोट बैंक में सेंधमारी के प्रयास में कांग्रेस

 
लखनऊ 

बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) मुखिया मायावती द्वारा किसी भी राज्य में गठबंधन न करने के ऐलान से आहत कांग्रेस ने दूसरा दांव चला है। इसके तहत वह बीएसपी के वोट बैंक पर ही सेंध लगा रही है। मायावती ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि वह यूपी क्या किसी दूसरे राज्य में भी कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेंगी। इससे कांग्रेस की यूपी में एसपी-बीएसपी के गठबंधन में शामिल होने की आखिरी उम्मीद भी खत्म हो गई। अगले दिन कांग्रेस की पूर्वी यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी ने भीम सेना के मुखिया चंद्रशेखर आजाद से मेरठ के अस्पताल में मुलाकात की। भले ही प्रियंका गांधी वाड्रा का कहना हो कि इस मुलाकात के पीछे कोई राजनीतिक उद्देश्य नहीं था लेकिन कांग्रेस के नेताओं ने इसे निजी तौर पर मायावती के लिए संदेश माना। यूपी कांग्रेस के एक नेता ने बताया, 'सिर्फ एकमात्र वह (मायावती) ही नहीं हैं जो दलित वोट पा सके। हम दलितों को अपने पक्ष में लाने के लिए भरसक प्रयास करेंगे जैसा कि हमने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के हालिया विधानसभा चुनाव में किया।' मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि कांग्रेस ऐसे बीएसपी नेताओं की लिस्ट तैयार कर रही है जो आगामी चुनावों के लिए टिकट न मिलने के चलते पार्टी से नाराज हैं। कांग्रेस उन्हें खुद में शामिल होने करने की योजना बना रही है। 

बीएसपी को नुकसान पहुंचाने की फिराक में कांग्रेस 
कांग्रेस उम्मीदवारों की पहली सूची में ही इस बात के स्पष्ट संदेश मिल गए थे कि वह बीएसपी को ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाने की फिराक में है। कांग्रेस ने इस बार उन उम्मीदवारों को टिकट दिया है जो पिछली बार बीएसपी के टिकट से लड़ चुके हैं। इसमें सीतापुर से कैसर जहां और जालौन से बृज लाल खबरी शामिल हैं। दोनों ने 2014 में बीएसपी से टिकट से चुनाव लड़ा था और हाल ही में कांग्रेस में शमिल हुए। आगरा से कांग्रेस ने कुंवर चंद वकील को टिकट दिया जो 2009 में बीएसपी के टिकट से चुनाव लड़ चुके हैं। 

बीएसपी के कई नेताओं ने चुनी कांग्रेस की राह 
कई बीएसपी नेता हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए हैं। बुधवार को बीएसपी नेता अजय श्रीवास्तव और फौजदार प्रसाद ने भी लखनऊ में कांग्रेस जॉइन की। अजय श्रीवास्तव ने 2017 विधानसभा चुनाव में बीएसपी के टिकट से लखनऊ उत्तरी सीट से चुनाव लड़ा था। वहीं फौजदार प्रसाद 1991 में लालगंज से बीएसपी के लोकसभा उम्मीदवार थे। 

बीएसपी के शाहिद अखलाक कांग्रेस में होंगे शामिल! 
खबर है कि मेरठ में बीएसपी हाजी याकूब कुरैशी को टिकट देने जा रही है। इससे मेरठ के पूर्व सांसद शाहिद अखलाक काफी नाराज हैं जिन्होंने 2014 में बीएसपी के टिकट से चुनाव लड़ा था। सूत्रों के मुताबिक शाहिद ने बुधवार को दिल्ली में कांग्रेस के पश्चिमी यूपी के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात की। यह भी कहा जा रहा है कि वह कुरैशी को चुनौती देने के लिए कांग्रेस में शामिल होने वाले हैं। 

नगीना से ओमवती को कांग्रेस ने बनाया उम्मीदवार 
मायावती के लिए सबसे बड़ी चिंता दलित वोट बैंक है, खासकर जाटव वोट। हालिया तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बीएसपी से ज्यादा दलित वोट मिले थे। यूपी में भी कांग्रेस बीएसपी के कोर वोट बैंक जाटव में सेंध लगाने की कोशिश कर रही है। नगीना लोकसभा सीट जहां जाटव अच्छी संख्या में है, कांग्रेस ने वहां से ओमवती को टिकट दिया है जो मजबूत जाटव उम्मीदवार हैं। 
 

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