महिलाओं का सम्मान तथा सुरक्षा जिम्मेदारी ही नहीं हमारी सर्वेच्च प्रथमिकता है – मुख्यमंत्री

अम्बिकापुर
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियोवार्ता ‘लोकवाणी’ की 8वीं कड़ी के प्रसारण को आज एसएलआरएम सेन्टर नवापारा के स्वच्छता दीदियों के द्वारा सुना गया। लोकवाणी के 8वीं कड़ी में मुख्यमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर ’महिलाओं को बराबरी के अवसर’ विषय पर अपने विचार साझा किए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के सम्मान को मजबूत अधिकारी देकर ही उन्हें मजबूत किया जा सकता है। महिला सम्मान को उनके अधिकारों और स्वावलम्बन से जोडने की रणनीति अपनाई है। महिलाओं का सम्मान तथा सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी ही नहीं बल्कि सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में स्त्री-पुरूष अनुपात राष्ट्रीय औसत से बेहतर है। आदिवासी अंचलों में महिलाओं की संख्या पुरूषों से अधिक है जो देश और दुनिया के लिए उदाहरण है। उन्होंने कहा महिलाओं के सुरक्षा के लिए हेल्पलाइन नम्बर 1091 स्थापित किया गया है। यदि किसी को आवश्यकता पड़े तो तत्काल मदद मिल सकती है। महिलाओं की सुरक्षा के लिए हमारी सरकार ने हर स्तर पर समुचित कदम उठाएं हैं। महिला हेल्पलाइन 181, सखी वन स्टाप सेन्टर, महिला पुलिस स्वयं सहायिका योजना, महिला जागृति शिविर, स्वधार योजना, कामकाजी महिला हास्टल योजना,  महिला शक्ति केन्द्र योजना तथा सहयोग के लिए काम रही है।

प्रदेश के 374 थानों में महिला डेस्क स्थापित किए जा चुके हैं और 8 जिले में महिला विरूद्ध अपराध विवेचना इकाई संचालित की जा रही है। इसके साथ ही 4255 सार्वजनिक स्थानों पर सीसीटीवी कैमरा स्थापित किया गया है तथा स्थानीय स्तर पर संगठनों को प्र्रेरित किया जा रहा है। महिलाओं से सम्बंधित अपराधों की विवेचना के लिए 6 जिलों में आईयूसीएडब्ल्यू स्थापित किया गया है। इसके अतिरिक्त पारिवारिक विवाद महिला उत्पीडन से सम्बधित प्रकरणों के लिए महिला परामर्श केन्द्र महिला पुलिस वालंटियर्स तथा बालिका आश्रम व छात्रावास में सुरक्षा हेतु महिला होमगार्ड की तैनाती की गई है। उन्होंने कहा कि महिलाएं सुरक्षा के लिए स्वयं जागरूक हो और दूसरों को भी जागरूक करें। अपने कानूनी अधिकारों और राज्य सरकार द्वारा संचालित की जा रही योजनाओं के बारे में आपस में चर्चा करना बहुत जरूरी है ताकि संकट के समय यह पता चले कि कहां से क्या मदद मिल सकती है। महिला सुरक्षा का विषय एक बार चर्चा करने का नहीं अपितु निरंतर सावधानी बरतने का और इसके बारे में बात-चीत करते रहने का है।  

मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि महिला समूह बड़ा उद्योग लगाना चाहते हैं तो उनके लिए हमारी सरकार ने बहुत सी सुविधाएं दी हैं। हर विभाग में उन्हें प्राथमिकता और सुगमता से काम करने की सुविधा है। बहुत से नियम शिथिल किए गए हैं। आपको हमारी नई उद्योग नीति के बारे में पूरी जानकारी लेनी चाहिए। वहां आपको वह सब मिलेगा, जो आपके सपने साकार कर सके। उन्होंने कहा कि जिलों में स्थानीय स्तर पर महिला स्व-सहायता समूह, वो चाहे गौठान से जुड़े हों या किसी अन्य कार्य से, उनके द्वारा निर्मित सामग्री के विपणन के लिए जिला प्रशासन पूरा सहयोग करेगा। सरकार की विभिन्न संस्थाओं, स्कूल, छात्रावास या अन्य शासकीय विभागों में जरूरत के अनुसार खरीदी में ऐसे समूहों को पूरी प्राथमिकता मिलेगी। ‘‘एक दुकान-सब्बो सामान’’ के नवाचार से ग्रामीण महिलाओं को समृद्धि और खुशहाली का नया रास्ता मिला है। महिलाएं कारोबार के साथ समाज सुधार तक में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं।

मुख्यमंत्री ने महिलाओं को आर्थिक मोर्चे पर सशक्त बनाने के लिए स्वावलंबन और रोजगार के उपायों, महिलाओं को कुपोषण से मुक्ति दिलाने के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। लोकवाणी में मुख्यमंत्री ने कोरोना वायरस से उत्पन्न वातावरण का जिक्र करते हुए कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण से डरें नहीं इसके बचाव के उपायों को समझें और अपनाएं। सरकार ने उपचार की पूरी तैयारी कर रखी है।

मुख्यमंत्री ने लोकवाणी के माध्यम से प्रदेशवासियों को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस और रंगो के त्यौहार होली की शुभकामनाएं दी। उन्होंने नवरात्र और चैट्रीचंड पर्व की बधाई भी प्रदेशवासियों को दी।

 लोकवाणी में मुख्यमंत्री द्वारा दी गई जानकारी पर प्रतिक्रिया देते हुए स्वच्छ अम्बिकापुर सिटी फेडरेशन की सचिव श्रीमी श्वेता सिन्हा ने कहा आज के लोकवाणी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने महिला के सम्मान व सुरक्षा के सम्बध में विस्तार से जानकारी दी है। महिलाओं के प्रति उनका हमेशा सहयोग बना रहे ताकि हम लोग स्वच्छ अम्बिकापुर का नाम रोशन कर सकें। इसी प्रकार श्रीमती सरिता मिंज तथा श्रीमती निकिता रानी किण्डो ने कहा कि लोकवाणी में महिलाओं तथा बच्चों के कुपोषण दूर करने हेतु चलाए जा रहे अभियान के बारे में जानकारी मिली। उन्होंने कहा कि अम्बिकापुर शहर को स्वच्छ बनाने के लिए करीब 437 महिलाएं एसएलआरएम सेन्टर से जुडी हुई है हमे शासन का सहयोग मिले तो स्वच्छ अम्बिकापुर और बेहतर कर सकते हैं। लोकवाणी के 8वीं कडी को जिले के सभी जनपद पंचायत मुख्यालयों तथा ग्राम पंचायतों में भी ग्रामीणों के द्वारा उत्साह से सुना गया।

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