मध्य प्रदेश व पंजाब कांग्रेस चाहती है प्रशांत किशोर उनके साथ काम करे

नई दिल्ली
केंद्रीय स्तर पर कांग्रेस भले ही रणनीतिकार प्रशांत किशोर उर्फ पीके के साथ कोई खास कमाल न दिखा पाई हो, लेकिन अभी भी पार्टी के भीतर कई नेता हैं, जो प्रशांत किशोर के साथ काम करना चाहते हैं और जिनके पीके से रिश्ते ठीक-ठाक हैं। पंजाब में 2017 में पीके ने कैप्टन अमरिंदर सिंह का चुनावी कामकाज देखा था और यहां कांग्रेस सत्ता में आई थी।

उसके बाद से कैप्टन व प्रशांत के बीच एक बेहतर अंडरस्टैंडिंग बन चुकी थी। पंजाब कांग्रेस व कैप्टन साल 2022 के लिए भी पीके को हायर करना चाहते हैं। वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश में सत्ता जाने के बाद प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ 24 सीटों पर होने वाले असेंबली उपचुनावों में भी पीके की सेवा लेना चाहते हैं। दोनों की तरफ से बाकायदा इस मामले में पीके को अप्रोच भी किया गया है।

बताया जाता है कि पीके काम तो करना चाहते हैं, लेकिन कांग्रेस के साथ हुए अपने पिछले अनुभवों को देखते हुए वह हिचक भी रहे हैं। वह इस मामले में पूरी सावधानी के साथ फूंक-फूंक कर कदम रखना चाहते हैं। पीके खुद भी कह चुके हैं कि वह कांग्रेस के साथ काम करना चाहते हैं, लेकिन टुकड़ों में नहीं। पीके यह भी समझते है कि केंद्रीय स्तर पर कांग्रेस के भीतर उनके लिए चीजें आसान नहीं हैं। कांग्रेस के भीतर कई नेता निजी तौर पर पीके के साथ काम करना चाहते हैं, लेकिन पार्टी स्तर पर कई 'किंतु-परंतु' हैं और यही चीज पीके को कांग्रेस की ओर से आ रहे प्रस्तावों पर आगे बढ़ने से रोक रही है।

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