मध्यप्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष पहुंचे कांग्रेस दफ्तर

ग्वालियर
पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद गिरी कांग्रेस सरकार का एपीसोड खत्म होने के बाद बीती रात को मप्र कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रामनिवास रावत ने पार्टी दफ्तर पहुंचकर सिंधिया समर्थकों के इस्तीफे की सूची पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ व दिग्विजय सिंह को भेजने के साथ ही उन्होंने कहा कि मतदाताओं को धोखा देने वाले पूर्व विधायकों को अब जनता सबक सिखाएगी।

मीडिया से चर्चा करते हुए रावत ने कहा कि मैं सिंधिया परिवार का समर्थक रहा हूं और जब माधवराव सिंधिया ने अलग पार्टी बनाई थी तो मैं भी उनके साथ कांग्रेस छोड़ गया था क्योंकि, उन्होंने विचारधारा से समझौता कर भाजपा ज्वॉइन नहीं की थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विचारधारा से समझौता किया, इसलिए मैं उनके साथ नहीं गया। ये विचारधारा की लड़ाई है और कांग्रेस की विचारधारा को ही 2018 में लोगों ने बहुमत दिया था। लेकिन भाजपा ने हॉर्स ट्रेडिंग कर कांग्रेस विधायकों को खरीदा और बहुमत की सरकार को गिरा दिया। भाजपा हॉर्स ट्रेडिंग में माहिर है और जिन राज्यों में जनता ने भाजपा को बहुमत नहीं दिया। वहां ऐसे ही हॉर्स ट्रेडिंग कर सरकार बनाने का काम भाजपा ने किया है। जिसका जवाब जनता उपचुनाव में भाजपा को और कांग्रेस व मतदाताओं को धोखा देने वाले पूर्व विधायकों को देगी।

भाजपा में ज्योतिरादित्य सिंधिया के शामिल होने के बाद ग्वालियर में सोशल साइट्स पर बड़ी संख्या में इस्तीफे हुए थे, लेकिन कांग्रेस ने जब पार्टी छोड़ने वाले लोगों से सदस्यता नंबर और लैटरपेड के साथ इस्तीफा मांगा, तो अब तक पार्टी दफ्तर में सिर्फ 90 ही इस्तीफे पहुंचे। इसमें 35 इस्तीफे दक्षिण विस क्षेत्र, 30 पूर्व विस और 25 ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र से पहुंचे हैं। जबकि सोशल साइट्स पर करीब 600 लोगों ने इस्तीफे की घोषणा की थी।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *