मंत्री ने इंजीनियर से पूछे कटौती के आकंड़े, गलत बताने पर सुनाया MLA का फोन, दी धमकी

इंदौर
बिजली कटौती को लेकर मध्यप्रदेश में घमासान जारी है।सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक सरकार की किरकिरी हो रही है।मुख्यमंत्री कमलनाथ की चेतावनी के बावजूद कटौती पर रोक नही लग पा रही है।हालांकि लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई जारी है। इसी के चलते  सोमवार को  प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह ने कांग्रेस नेताओं और इंजीनियरों के साथ बैठक की ।बैठक में कांग्रेस नेताओं ने बिजली कंपनी के अधिकारियों-कर्मचारियों पर बीजेपी की मदद करने के आरोप लगाए। इस पर मंत्री ने कहा कि आप सबूत दीजिए। ट्रांसफार्मर, लाइन कौन खराब कर रहा है ।मैं उसके खिलाफ केस दर्ज करवा दूंगा। बगैर तथ्यों के कार्रवाई नहीं कर सकता। केवल आरोप पर पूरे स्टाफ और एमडी को उठाकर जेल में डाल दूं क्या?  

इस दौरान मंत्री ने एक इंजीनियर से ही उसके क्षेत्र में हुए फॉल्ट और बिजली गुल होने के आंकड़े भी पूछ लिए। जिस पर इंजीनियर ने कहा कि सिर्फ आधे घंटे बत्ती गुल हुई थी और 70 घर प्रभावित हुए थे। इस पर मंत्री ने क्षेत्रीय विधायक का फोन सुना दिया कि झूठ नहीं बोलें। मैं कागजी आंकड़ों पर भरोसा नहीं करूंगा हर जानकारी का जमीनी स्तर पर सत्यापन होगा।आपने गलत जानकारी दी तो आप सोच लीजिए कि आपका क्या होगा?

वही  उन्होंने पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के इंजीनियरों से पूछा कि आखिर ऐसा क्या है कि खातेगांव-कन्नौद में बार-बार बिजली के पोल गिरने की घटनाएं हो रही हैं। रतलाम के ग्रामीण क्षेत्र बाजना, शिवगढ़ और खरगोन में भी ऐसे मामले बार-बार हो रहे हैं। इंदौर में कुछ भी होता है, पूरे प्रदेश में उसका असर दिखता है। लिहाजा लापरवाही सहन नहीं होगी।मंत्री के साथ बैठे ऊर्जा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने सीधे-सीधे चेतावनी दे दी कि भोपाल के चारों डिवीजनल इंजीनियरों को मैंने बोल दिया है कि अब बिजली गई तो भिंड-मुरैना भेज दूंगा। आप भी तय कर लें कि आपको कहां जाना है। इंदौर में काम करने के लिए आने की चाहत रखने वालों की कमी नहीं है।

वही मंत्री ने बीजेपी द्वारा घेराव करने पर कहा कि  कांग्रेस सरकार के बारे में ऐसा प्रचारित किया जा रहा है जैसे बिजली सप्लाय का बटन मुख्यमंत्री के हाथ में है। वही सप्लाय कर रहे हों। ट्रांसफॉर्मर फेल होता नहीं है कि 20 मिनट में भाजपा की सोशल मीडिया सेल एक्टिव हो जाती है। 2003 का दौर आ गया…जनरेेटर, इन्वर्टर खरीद लो… कांग्रेस सरकार आ गई है। हमें भी अब आक्रामक बनना होगा। आप भी कांग्रेस शासन में बिजली की सरप्लस उपलब्धता और भाजपा सरकार में ज्यादा बिजली जाने की बात साेशल मीडिया में फैलाएं।अब शिकायत नहीं मिलनी चाहिए इसका एक ही तरीका है कि अब बिजली बंद ही न हो। 

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