भोपाल मेयर ने दी मंत्री जयवर्धन सिंह के घेराव की चेतावनी, सरकार पर लगाया ये आरोप

भोपाल
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के मेयर आलोक शर्मा (Mayor Alok sharma) ने चेतावनी दी है कि अगर नगर निगम को मिलने वाली राशि जारी नहीं की गई तो वो नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह (Jaivardhan singh) के साथ नगर निगम डायरेक्टरेट का घेराव करेंगे. मेयर आलोक शर्मा का आरोप है कि कांग्रेस की सरकार बनने के बाद नगर निगम को मिलने वाली स्टांप ड्यूटी की 111 करोड़ की राशि को जारी नहीं किया जा रहा है, साथ ही दूसरे मदों में मिलने वाले पैसे को भी रोका जा रहा है. आलोक शर्मा की मानें तो नगर निगम का पैसा नहीं मिलने से विकास कार्य रुक गए हैं. खास बात ये है कि जिस दौरान मेयर आलोक शर्मा ने मंत्री जयवर्धन सिंह के घेराव की चेतावनी दी, उस दौरान वो उन्हीं के साथ राजधानी भोपाल में विकास कार्यों के भूमिपूजन के एक कार्यक्रम में शिरकत कर रहे थे.

निकाय चुनाव से पहले विकास कार्यों की सौगात और उनका श्रेय लेने का खेल शुरु हो गया है. भोपाल के मनीषा मार्केट इलाके में विकास कार्यों के भूमि पूजन का जो कार्यक्रम आयोजित किया गया था उसमें नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह के अलावा मेयर आलोक शर्मा भी मौजूद थे. दोनों अगल बगल की सीट पर ही बैठे थे. इस दौरान भोपाल मध्य से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद भी कार्यक्रम में मौजूद थे. कार्यक्रम के दौरान दोनों नेताओं के बीच विकास कार्यों का क्रेडिट लेने की होड़ मची रही. एक तरफ जहां मेयर आलोक शर्मा ने कहा कि केंद्र से लेकर प्रदेश में बीजेपी की सरकार रहने तक पार्कों के डेवलपमेंट से लेकर स्वच्छता अभियान का काम भोपाल में तेजी से किया गया है तो वहीं आरिफ मसूद ने पार्कों के डेवलपमेंट के लिए होने वाली राशि के आबंटन का क्रेडिट कमलनाथ सरकार को दिया.

नगरीय निकाय चुनाव से पहले क्रेडिट की लड़ाई इसलिए भी तेज़ है क्योंकि सूबे में अब कांग्रेस की सरकार है जबकि भोपाल समेत सभी नगर निगम बीजेपी के कब्जे में हैं. यही वजह है कि भोपाल मेयर आलोक शर्मा का मौजूदा कांग्रेस सरकार के साथ टकराव होता रहता है. इससे पहले जब सरकार ने भोपाल को दो नगर निगमों में बांटने का प्रस्ताव तैयार किया था तब भी मेयर आलोक शर्मा ने इसका पुरजोर विरोध किया था और इसे निगम पर कब्जे की कांग्रेस साजिश करार दिया था.

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