भारत ने बांग्लादेश से बस-ट्रेन की आवाजाही पर 15 अप्रैल तक लगाया ब्रेक, 4 देशों से सटे 18 चेकपोस्ट भी सील

 नई दिल्ली 
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच भारत सरकार ने चेकपोस्ट के जरिए बांग्लादेश, नेपाल, भुटान, म्यांमार सीमा से आवागमन पर रोक लगाने का फैसला लिया है। भारत ने शुक्रवार को बांग्लादेश की सीमा से क्रॉस बॉर्डर पैसेंजर बस और ट्रेनों की सेवाओं को 15 अप्रैल तक निलंबित कर दिया है। साथ ही कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए एहतियातन 18 अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकियों से आवाजाही को निलंबित करने का फैसला लिया है। अधिकारियों ने बताया कि केंद्र ने कुल 37 अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकियों में से केवल 19 पर आवाजाही जारी रखने का फैसला किया है और भारत-बांग्लादेश के बीच ट्रेन और बसों का परिचालन 15 अप्रैल तक या उससे पहले कोई फैसला होने तक स्थगित रखने का फैसला किया है। बांग्लादेश, नेपाल, भुटान और म्यांमार की सीमा से जुड़े 18 इमिग्रेशन चेकपोस्ट को 15 मार्च से बंद कर करने का ऐलान किया गया है।

गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव अनिल मलिक ने एक समाचार ब्रीफिंग में बताया कि करतारपुर कॉरिडोर से होकर पाकिस्तान के दरबार साहिब तक भारतीय तीर्थयात्रियों की यात्रा जारी रहेगी, हालांकि मामला अभी भी विचाराधीन है। बता दें कि वीक डेज में 300 से 400 लोग इस गलियारे का उपयोग करते हैं और वीकेंड पर यह आंकड़ा दोगुना हो जाता है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश से सीमा पार यात्री बस और ट्रेन सेवाएं 15 मार्च से 15 अप्रैल तक बंद रहेंगी। हालांकि, माल गाड़ी की सेवा जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों में बांग्लादेशी सीमा के साथ बॉर्डर मार्केट अगले आदेश तक निलंबित रहेंगे।

मलिक ने कहा कि सरकार 37 में से 19 लैंड इमिग्रेशन चेकपोस्ट के जरिए ही अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की आवाजाही की अनुमति देगी और बाकी शनिवार आधी रात से बंद कर दी जाएगी। यह उपाय चेकपोस्ट के माध्यम से भारत में प्रवेश करने वाले लोगों की बेहतर स्क्रीनिंग की सुविधा के उद्देश्य से है। बंद किए गए इन 18 चेकपोस्टों में पाकिस्तान के साथ लगा वाघा-अटारी बॉर्डर भी है। 

बता दें कि भारत में कोरोना वायरस से संक्रमण के 81 मामलों की पुष्टि हुई हैं जिनमें 16 इतालवी और एक कनाडाई सहित 17 विदेशी शामिल हैं। पत्रकारों को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि कोरोना वायरस स्वास्थ्य आपात स्थिति नहीं है और इससे भयभीत होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने बताया कि सात और कोरोना वायरस ठीक हो चुके हैं और उन्हें जल्द ही अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी जबकि 71 मरीजों की हालत स्थिर है। अग्रवाल ने बताया कि भारत ने अब तक विभिन्न देशों से 1,031 लोगों को निकाला है। 

नागरिक उड्डयन मंत्रालय की संयुक्त सचिव रुबीना अली ने बताया, 'ईरान में फंसे भारतीयों को वापस लाने की कवायद शनिवार को शुरू होगी। एअर इंडिया इटली के मिलान में फंसे भारतीयों को लाने के लिए भी शनिवार को विमान भेजेगा। विमान रविवार सुबह दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरेगा।' अग्रवाल ने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित 81 लोगों के संपर्क में आए कुल 4,000 लोगों को पूरे देश में गहन निगरानी में रखा गया है। उन्होंने बताया कि इस बीच, जापान से लाए गए 124 और चीन से लाए गए 112 लोगों की जांच में उनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि नहीं हुई है। इसलिए शुक्रवार से उन्हें घर भेजने का काम शुरू कर दिया गया। 

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस को वैश्विक महामारी घोषित किया है। उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस से दुनियाभर में पांच हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए बुधवार को वीजा को स्थगित कर दिया था। हालांकि, राजनयिक और रोजगार सहित कुछ श्रेणियों के लिए छूट दी गई है। 

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