भारत ने जताई उम्मीद, अमेरिका फिर से देगा जीएसपी का दर्जा

नई दिल्ली
अमेरिका के 5.6 अरब डॉलर के भारतीय निर्यात के लिए प्रेफरेंशल बेनेफिट्स वापस लेने का यह मतलब नहीं है कि जीएसपी (जनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रेफरेंस) स्कीम खत्म हो गई है। भारतीय अधिकारियों ने बताया कि अमेरिका ने पहले दूसरे देशों से वापस लेने के बाद जीएसपी को फिर से बहाल कर दिया था।

 

एक अधिकारी ने बताया, ‘हमें यह नहीं मानना चाहिए कि अमेरिका ने भारत के लिए जीएसपी को खत्म कर दिया है। दूसरे देशों के मामले में पहले उसने वापस लेने के बाद जीएसपी को बहाल किया था।’ अमेरिका ने शुक्रवार को भारतीय एक्सपोर्ट के लिए प्रेफरेंशियल टैरिफ खत्म कर दिया। अमेरिका ने कहा कि भारत उसे अपने मार्केट का वाजिब एक्सेस देने को लेकर आश्वस्त नहीं कर पाया, इसलिए जीएसपी को वापस लेने का निर्णय लिया गया।

अमेरिका ने पहले अर्जेंटीना, लाइबेरिया और म्यांमार जैसे देशों से वापस लेने के बाद जीएसपी को बहाल कर दिया था। इन देशों के मामले में उसने कहा था कि मार्केट एक्सेस के मामले में उन्होंने पर्याप्त सुधार किया है, इसलिए वह जीएसपी को बहाल कर रहा है। अधिकारी ने बताया, ‘अमेरिका पहले कुछ देशों के लिए जीएसपी बहाल कर चुका है। उसने अर्जेंटीना के लिए यह सुविधा बंद कर दी थी, लेकिन बाद में उसे जीएसपी देने का फैसला किया।’

भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड पैकेज को लेकर जो बातचीत चल रही थी, जीएसपी उसका अहम हिस्सा था। अमेरिका के जीएसपी वापस लेने का ऐलान करने के बाद यह बातचीत टूट गई थी। भारत ने अमेरिका के जीएसपी वापस लेने पर अफसोस जताया है। उसने देशहित की रक्षा की बात कही है। इसके साथ भारत ने यह भी कहा कि वह अमेरिका के साथ रिश्तों को मजबूत बनाने पर ध्यान देगा और मौजूदा विवादों का हल निकालने की कोशिश करेगा। इसके साथ भारत ने फिर से 29 अमेरिका सामानों पर टैरिफ बढ़ाने की समयसीमा बढ़ाकर 16 जून कर दी है।

भारत ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि क्या वह जीएसपी को बहाल करने की मांग करेगा? अधिकारी ने बताया, ‘हम इस बारे में सोचेंगे। हमें पता है कि अमेरिका क्या चाहता है। कुछ ऐसे मामले हैं, जिनमें हम देशहित से समझौता नहीं कर सकते। हमें दोनों देशों के हितों के बीच संतुलन साधना होगा।’ एक अन्य अधिकारी ने बताया कि अमेरिका ने भारत में मेडिकल डिवाइसेज की कीमतें सीमित करने पर सवाल उठाया है, लेकिन देश के लोगों को वाजिब कीमत पर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि हमें इन दोनों के बीच तालमेल बिठाना होगा। ट्रेड मामलों के दिल्ली के एक एक्सपर्ट ने बताया कि अभी यह कहना मुश्किल है कि जीएसपी फिर से बहाल होगी या नहीं। उन्होंने कहा कि भारत को इस मामले में सावधानी बरतनी होगी क्योंकि जीएसपी के लिए उसे कड़ी शर्तों का पालन करना होगा।

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