भारत के पांच मुक्केबाजों ने हासिल किया ओलंपिक कोटा
नई दिल्ली
राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता विकास कृष्णन (69 किग्रा), एशियाई चैंपियनशिप की स्वर्ण विजेता पूजा रानी (75 किग्रा), लवलीना बोगोर्हेन (69 किग्रा), आशीष कुमार (75 किग्रा) और सतीश कुमार (91 किग्रा प्लस) ने एशिया/ओसनिया ओलंपिक क्वालिफायर मुक्केबाजी टूर्नामेंट में रविवार को अपने-अपने मुकाबले जीत कर सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया और इस साल होने वाले टोक्यो ओलंपिक का कोटा हासिल कर लिया। हालांकि सचिन कुमार (81 किग्रा) को क्वार्टरफाइनल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा।
इस तरह भारत के पांच मुक्केबाजों ने सेमीफाइनल में पहुंच कर ओलम्पिक कोटा हासिल कर लिया। सोमवार को छह बार की विश्व चैंपियन एमसी मैरीकॉम सहित पांच भारतीय मुक्केबाज क्वार्टरफाइनल खेलने और ओलम्पिक कोटा हासिल करने के इरादे से उतरेंगे। विकास ने 69 किग्रा वर्ग में तीसरी सीड जापान के सेवोनरेट्स ओकाजावा को 5-0 से पराजित कर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी और ओलंपिक कोटा भी हासिल किया। विकास इस जीत के साथ तीन बार ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई करने वाले विजेंदर सिंह के बाद दूसरे भारतीय मुक्केबाज बन गए।
इससे पहले पूजा रानी ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए थाईलैंड की पोमनीपा चूटी को 5-0 से पराजित कर ओलम्पिक का टिकट हासिल कर लिया था। पूजा टोक्यो के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय मुक्केबाज बनीं। वह पहली बार ओलम्पिक खेलने उतरेंगी। पूजा का सेमीफाइनल में मौजूदा विश्व और एशियायी चैंपियन चीन की ली कियान से मुकाबला होगा।
लवलीना ने उज्बेकिस्तान की मख्तूनखोन मेलीवा को 5-0 से हराकर ओलम्पिक कोटा हासिल किया। लवलीना भी पहली बार ओलम्पिक खेलेंगी। आशीष ने 75 किग्रा में इंडोनेशिया की मैखल मुस्किता को 5-0 से हराकर देश को चौथा ओलम्पिक कोटा दिला दिया। सतीश ने 91 किग्रा से अधिक के वर्ग में मंगोलिया के ओटगोनबयार दैवी को 5-0 से हराया और भारत को पांचवां ओलम्पिक कोटा दिलाया।
दिन में भारत को एकमात्र निराशा सचिन कुमार की 81 किग्रा में हार से मिली। सचिन कुमार को चीन के डेक्सिंग चेन से संघर्षपूर्ण मुकाबले में 2-3 से हार का सामना करना पड़ा। सचिन के लिए हालांकि टोक्यो ओलंपिक के लिए दरवाजे अभी पूरी तरह बंद नहीं हुए है और उन्हें टोक्यो ओलम्पिक का कोटा हासिल करने के लिए एक और मौका मिलेगा। पांच मुक्केबाज क्वालीफाई करेंगे जबकि क्वार्टरफाइनल में हारने वाले मुक्केबाज को एक और मौका मिलेगा।