भारत के खिलाफ बैंच स्ट्रैंथ को परखने को लेकर रोमांचित हूं: केन विलियमसन

वेलिंगटन 
एकदिवसीय सीरीज में मिली हार को पीछे छोड़ने वाले न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने मंगलवार को कहा कि वह बुधवार से शुरू हो रही टी20 सीरीज में भारत जैसी ‘शीर्ष’ टीम के खिलाफ उभरते हुए खिलाड़ियो को परखने को लेकर रोमांचित हैं। न्यूजीलैंड ने पदार्पण करने वाले आलराउंडर डेरिल मिशेल और दायें हाथ के तेज गेंदबाज ब्लेयर टिकनेर के अलावा एक टी20 खेलने वाले आलराउंडर स्काट कुगेलिन और आठ टी20 खेलने वाले विकेटकीपर टिम सेइफर्ट को टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए टीम में जगह दी है। न्यूजीलैंड को पांच एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीयमैचों की सीरीज में 1-4 से हार का सामना करना पड़ा था। विलियमसन ने कहा कि पीठ की चोट के कारण मार्टिन गुप्टिल के बाहर होने के कारण भारत के खिलाफ तीन मैचों की टी20 सीरीज में कुछ युवा खिलाड़यिों को मौका मिलेगा।

भारत के खिलाफ पहले टी20 मैच की पूर्व संध्या पर न्यूजीलैंड के कप्तान ने कहा कि मार्टिन पीठ में चोट के कारण सीरीज से बाहर हो गया है। हमारी टीम पूरी तरह से अलग है जिसमें कुछ नए चेहरे हैं। सीरीज के दौरान हमें कुछ खिलाड़ी पदार्पण करते हुए दिखेंगे और यह काफी रोमांचक होगा। उन्होंने कहा कि यह सकारात्मक चीज है कि कई खिलाड़यिों को बेहतरीन भारतीय टीम के खिलाफ अनुभवी खिलाड़यिों के साथ खेलने का मौका मिलेगा। 

गुप्टिल के बाहर होने के बाद विलियमसन ने टी20 मैचों में पारी का आगाज करने की संभावना से इनकार नहीं किया है। उन्होंने कहा कि इस समय हम पहले विकेट देखेंगे, हमने अब तक फैसला नहीं किया है। हमारा ध्यान संतुलन पर है। टीम में कई आलराउंडर हैं जो हमें लगता है कि क्रम को प्रभावित करेंगे। विलियमसन ने कहा कि कई खिलाड़ी हैं जो इस भूमिका को निभा सकते हैं। बेशक शीर्ष तीन मेंर् कोलिनी मुनरो के खेलने की उम्मीद है। बड़े शाट खेलने वाले खिलाड़ियों को क्रम में ऊपर उतारा जा सकता है या मैं भी उतर सकता हूं। विलियमसन ने ब्रिटेन में 30 मई से शुरू हो रहे विश्व कप से पहले अनुभवी तेज गेंदबाज टिम साउथी के काम के बोझ को संतुलित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि टिम ने काफी क्रिकेट खेला है। वह हमारी टीम का अहम हिस्सा है। न्यूजीलैंड के कप्तान ने कहा कि स्तरीय टीम के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का कोई भी प्रारूप टीम की तैयारी के लिए अच्छा है। विलियमसन ने स्वीकार किया कि काफी जल्दी एक प्रारूप से दूसरे में सामंजस्य बैठाना हमेशा मुश्किल होता है। उन्होंने कहा कि टेस्ट से एकदिवसीय और फिर टी20 में सामंजस्य बैठाना हमेशा चुनौतीपूर्ण होता है। इसके लिए मानसिकता में बदलाव की जरूरत होती है। गेंदबाजी हो या बल्लेबाजी आपको तेजी से सामंजस्य बैठाना होता है।

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