भारतीय पेशेवरों को आज बड़ा झटका दे सकता है अमेरिका, ट्रंप कर सकते हैं H1-B वीजा पर पाबंदियों की घोषणा
नई दिल्ली
कोविड महामारी के बीच अमेरिका में बेरोजगारी की दर बढ़ने के साथ, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आज एच -1 बी वीजा सहित अस्थायी कार्य वीजा को निलंबित करने की घोषणा कर सकते हैं। 180 दिनों के लिए ये प्रतिबंध संभव हैं। ऐसा हुआ तो भारतीय पेशेवरों को बड़ा झटका लगेगा। ऐसा करना ट्रंप की चुनावी मजबूरी बन गई है। 'ग्रेट अमेरिकन ड्रीम' को पूरा करने के लिए वीजा प्रतिबंध दुनिया के विभिन्न हिस्सों के 2.4 लाख लोगों को प्रभावित कर सकता है। H-1B वीजा आवेदकों की सूची में सबसे ज्यादा भारतीय आईटी पेशेवर प्रभावित हो सकते हैं। बता दें अमेरिका में काम करने के लिए H1-B वीजा पाने वाले लोगों में सबसे ज्यादा भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स होते हैं। ऐसे में वीजा पाबंदियों का सबसे ज्यादा नुकसान भारतीयों को होना तय है। यह भी माना जा रहा है कि नई वीजा पाबंदियों से इस समय वर्क वीजा पर अमेरिका में काम करने वाले लोगों पर असर नहीं पड़ेगा। बता दें ट्रंप ने हाल में एक साक्षात्कार के दौरान कहा था कि वह रविवार या सोमवार को नई वीजा पाबंदियों की घोषणा करेंगे।
अमेरिका में बेरोजगारी बढ़ी
कोरोना वायरस से अमेरिका में बेरोजगारी बढ़ी है। अमेरिकों को नौकरी देना प्राथमिकता है। वीजा पर रोक के असर की बात करें तो इससे देश में पहले से काम कर रहे लोगों पर असर नहीं होगा। ट्रंप के फैसले का 240,000 लोगों पर असर पड़ेगा। अमेरिका में हर साल 85,000 लोगों को एच-1बी वीजा मिलता है। कुल H-1B वीजा का 70 फीसदी सिर्फ भारतीयों को जाता है। ब्लूमबर्ग ने पहले ही बताया था कि ट्रंप सरकार एच -1 बी वीजा सहित लोगों को अन्य वीजा श्रेणियों पर 180 दिनों के लिए अमेरिका में प्रवेश करने से रोकने के प्रस्ताव पर विचार कर रहा है। एनपीआर न्यूज की एक अन्य रिपोर्ट में कल कहा गया था कि वर्ष के अंत तक सभी अस्थायी कार्य वीजा को निलंबित करने की संभावना है।