भाजपा सांसद पर पलटवार, पूर्व पार्षद ने निकाला यूपी कनेक्शन

भोपाल
मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने अभी तक अपने उम्मीदवारों का ऐलान नहीं किया है। लेकिन दावेदारों के बीच बाहरी होने का मुद्दा गरमा गया है। राजधानी भोपाल से वर्तमान सांसद आलोक संजर के अलावा बीजेपी वीडी शर्मा का नाम सामने आ रहा है। हाल ही में वीडी शर्मा के नाम पर पूर्व सीएम बाबूलाल गौर और स्थानीय दावेदारों ने खुलकर विरोध जताया। उन्होंने उनके बाहरी होने का मुद्दा उठाते हुए कहा था कि स्थानीय नेता को ही टिकट मिलना चाहिए। अब इस मामले ने तूल पकड़ लिया है। शुक्रवार को वीडी शर्मा के समर्थक पूर्व बीजेपी पार्षद किशन सूर्वयवंशी ने सोशल मीडिया पर संजर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उन्होंने संजर का यूपी कनेक्शन निकालते हुए उनको बाहरी बता दिया। 

दरअसल, भोपाल लोकसभा से इस बार संजर का टिकट कटने की बात सामने आ रही है। बीजेपी के सर्वे में 16 सांसदों की रिपोर्ट खराब आई है। हालांकि, भोपाल सीट बीजेपी का गढ़ है यहां से जो भी प्रत्याशी मैदान में उतरा है उसे फतह मिली है। लेकिन इस बार उम्मीदवारों की आपसी जंग सोशल मीडिया तक पहुंच चुकी है। एक धड़े का कहना है कि स्थानीय नेता को टिकट मिले। इसमें आलोक संजर पहले हकदार बताए जा रहे हैं उनके बाद राजधानी के महापौर आलोक शर्मा का नाम भी रेस में शामिल है। इस बीच पैनल में बीड़ी शर्मा का नाम आने के बाद स्थानीय दावेदार एकजुट हो गए और शर्मा को टिकट देने का विरोध कर रहे हैं।

गौरतलब है कि मंगलवार को भोपाल के बीजेपी कार्यालय में प्रदेश चुनाव समिति की बैठक आयोजित की गई थी। इसमें 29 सीटों के दावेदारों पर मंथन हुआ। लेकिन आम सहमति नहीं बनी अब फैसला दिल्ली से होना है| भोपाल लोकसभा सीट से पैनल में आलोक संजर, आलोक शर्मा, वीडी शर्मा और ध्रुवनारायण का नाम शामिल किया गया। लेकिन स्थानीय नेता वीडी शर्मा का विरोध कर रहे है। इसी के चलते सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता पूर्व सीएम शिवराज से मिलने उनके बंगले पर पहुंचे और स्थानीय दावेदार को ही टिकट देने की मांग की। सभी नेताओं ने एक होकर बीडी शर्मा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। इसके बाद सभी दावेदार गौर के बंगले पर एकत्रित हुए| इन नेताओं का कहना है कि बाहरी क्षेत्र के आदमी को भोपाल से टिकट क्यों दिया जाना चाहिए।  सांसद पद का दावेदार भोपाल का ही कोई लोकप्रिय चेहरा होना चाहिए। वही पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने भी भोपाल लोकसभा के लिए स्थानीय उम्मीदवार को लड़ाने की मांग की। गौर ने तो यह तक कहा कि हम वीडी शर्मा को नहीं जानते है। पहला हक तो आलोक संजर का है, दूसरा हक आलोक शर्मा का है या फिर हम मे से ही किसी को टिकट दिया जाए। हालांकि अब गौर इस रेस में नही हैं, इस पूरे घटनाक्रम के बाद गौर खुद ही टिकट की दौड़ से बाहर हो गए। टिकट किसे भी मिले लेकिन इन दिनों भाजपा में स्थानीय बनाम बाहरी का मुद्दा गरमाया हुआ है। जिसने चुनाव से पहले पार्टी की चिंता बढ़ा दी है।

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